जयपुर/राजस्थान के उदयपुर में हुए कांग्रेस के मंथन और चिंतन शिविर में लिए गए निर्णयों में से एक व्यक्ति एक पद का फार्मूला अगले माह होने वाले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर भी लागू होगा और इसी के साथ ही प्रदेश अध्यक्ष पद पर भी यह फार्मूला लागू होगा। इस फार्मूले के चलते अगर अशोक गहलोत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते हैं तो उन्हें मुख्यमंत्री पद छोड़ना होगा हालांकि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं और वह राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की पैरवी कर रहे हैं।
कांग्रेस में उदयपुरमे हुए चिंतन और मंथन शिविर में हुए निर्णय में से एक व्यक्ति एक पद फार्मूले को लागू कर दिया है और पीसीसी और एआईसीसी के नए बने सदस्यों से एक ऑनलाइन सर्वे फॉर्म भरा जा रहा है यह सर्वे फॉर्म कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों का चुनाव लड़ने वालों के लिए है।
इसमें संकल्प दिलाया जा रहा है कि अध्यक्ष और दूसरे पदों पर चुनाव लड़ने वाले हर प्रत्याशी को एक व्यक्ति एक पद फार्मूले को अपनाना होगा अर्थात एक पद छोड़ना होगा और इसके साथ ही उदयपुर के चिंतन और मंथन शिविर में हुए अन्य चार निर्णय जिनमें 50% युवाओं को देने 5 साल के बाद लगातार पद पर नहीं रहने और एक परिवार एक टिकट की शर्त की पालना करवाने की भी अपील की जा रही है। नए अध्यक्ष को 100 दिन में जमीनी स्तर पर इन शर्तों को लागू करने की अपील भी की जा रही है।
इसके साथ ही पार्टी पदों और चुनावी टिकटों में महिलाओं एससी एसटी ओबीसी और अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षण लागू करना होगा। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में पीसीसी और एआईसीसी के सदस्य मतदान करते हैं। राजस्थान में 400 सीसी सीसी सदस्य बनाए गए हैं इन्हें संगठन के चुनाव के जरिए चुना गया है 400 पीसीसी सदस्यों में से 50 एआईसीसी सदस्य बनाए गए हैं और इन सभी सेऑनलाइन सर्वे फॉर्म बढ़ाया जा रहा है और संकल्प दिलाया जा रहा है। देशभर में पीसीसी और एआईसीसी के सदस्यों की संख्या करीब 9000 है।