जयपुर/ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सिफारिश पर राज्यपाल ने राजस्थान लोक सेवा आयोग(Rajasthan Public Service Commission) के सदस्य पत्रकार जसवंत सिंह राठी को आयोग का कार्यवाहक अध्यक्ष नियुक्त किया है पत्रकार राठी के आज कार्यभार ग्रहण करने के साथ ही आयोग में अब घमासान के आसार नजर आने लगे हैं और तनाव का माहौल शुरू हो गया है ।
सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आयोग में शीघ्र अध्यक्ष करना चाहते हैं लेकिन लेकिन दावेदारों की संख्या बहुत अधिक होने और आयोग में पद केवल दो ही एक अध्यक्ष दूसरा सदस्य का होने से असंतोष की संभावना को लेकर फिलहाल कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की इच्छा थी कि अध्यक्ष पद पर किसी रिटायर्ड अफसर को तैनात किया जाए लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं और विधायकों के असंतोष को मध्य नजर रखते अब किसी राजनीतिक कार्यकर्ता अथवा पूर्व विधायक को यह पद सौंपा जा सकता है परंतु अभी विधानसभा का
बजट सत्र शुरू होने वाला है और असंतोष को लेकर दो-तीन महीने तक स्थाई अध्यक्ष की नियुक्ति संभव है या नहीं है और आगामी दिनों में आयोग का स्थाई अध्यक्ष पद सामान्य वाला गहलोत ग्रुप से ही होगा ।
इधर दूसरी ओर पत्रकार जसवंत राठी को कार्यवाहक अध्यक्ष बनाए जाने से आयोग के वरिष्ठ सदस्यों में असंतोष का माहौल शुरू हो गया है क्योंकि वरिष्ठता के हिसाब से आयोग में वरिष्ठ सदस्य राजकुमारी गुर्जरऔर इसके बाद रामू राम राइका वरिष्ठ सदस्य हैं पत्रकार जसवंत राठी चौथे स्थान पर अपनी वरिष्ठता रखते हैं।
लेकिन राजकुमारी और रामू राम राइका भाजपा से हैं और इनकी नियुक्ति वसुंधरा राजे के कार्यकाल में हुई थी इसलिए इन दोनों के अलावा हाल ही में 1 दिन पहले चीफ सेक्रेटरी के पद से रिटायर हो गए ।
निरंजन आर्य आईएएस की पत्नी आयोग की सदस्य संगीता आर्य को भी नजरअंदाज कर राठी को अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठाया गया है इसको लेकर आने वाले दिनों में आयोग में जोरदार घमासान की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता और इसकी शुरुआत आज कार्यभार ग्रहण करने के साथ ही हो गई है।