Tonk(रवि सैनी )। एक ओर प्रदेश की सरकार जहां दूसरे देशों से ऑक्सीजन के उपकरण खरीदने की जद्दोजहद में लगी है, वहीं दूसरी ओर प्रदेश के भामाशाहों से ठीक से संपर्क साधने में उसके जनप्रतिनिधि कोशिश तक नहीं कर रहे है।
हालात यह है कि पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के गृह नगर टोंक में सचिव पाश्र्व एजुकेशन एंड एवं वेलफेयर सोसायटी टोंक नितेश सोगानी एवं सचिव मदरलैण्ड एजुकेशन सोसायटी टोंक कमलेश सिंगोदिया ने एक बार फिर से जिले के प्रशासनिक अधिकारियों की ऑक्सीजन की हो रही परेशानी से निजात दिलाने के लिए 5 करोड़ के ऑक्सीजन प्लांट लगाने की पेशकश की है।
जिसका रविवार को कोरोना प्रभारी वरिष्ठ आरएएस नवनीत कुमार को इसका प्रस्ताव सौंपकर मांग की है कि जिला प्रशासन त्वरित स्वीकृती प्रदान करें, जिससे टोंक सहित आसपास के जिलों के न्यूनतम राशि में ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराये जा सके।
मिली जानकारी के अनुसार मातृ दिवस के शुभ अवसर पर माता श्रीमति शकुंतला सोगानी एवं माता श्रीमति भंवर देवी सिंगोदिया के प्रेरणा स्वरुप पाश्र्व एजुकेशन एवं पब्लिक वेलफेयर सोसायटी एवं मदरलैण्ड एज्युकेशन सोसायटी ने टोंक जिले में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए आक्सीजन प्लांट लगाने का निर्णय किया है।
इस प्लांट की क्षमता 500 सिलेंडर प्रतिदिन प्रस्तावित है और इसकी लागत करीब 5 करोड़ रुपए है। जयपुर-कोटा नेशनल हाइवे बाड़ा टोल टैक्स के पास स्वयं की जमीन पर इस प्लांट को स्थापित करने का निर्णय लिया है। पहले फेज में 100 सिलेंडर प्रतिदिन रिफलिंग प्लांट की शुरूआत करना प्रस्तावित है, जिसकी लागत करीब एक करोड़ रुपए प्रस्तावित है।
कोरोना महामारी को देखते हुए इस प्लांट को तुरंत स्थापित करने का निर्णय लिया गया है, बाकी के दो चरणों में इस प्लांट की उत्पादन क्षमता को 500 सिलेंडर प्रतिदिन तक ले जाया जाएगा। इस प्लांट का नाम सानवी ऑक्सीजन प्लांट रखा जाएगा।
वैधानिक औपचारिकताओं की पूर्ति में सहयोग प्रदान कर सानवी ऑक्सीजन प्लांट, प्रशासन एवं महामारी से जूझ रही टोंक की गरीब एवं असहाय जनता को ऑक्सीजन उपलब्ध कराया जा सके। इस प्लांट के लगने के बाद टोंक जिले में किसी भी कोरोना पीडि़त मरीज को ऑक्सीजन के अभाव में कमी नहीं आयेगी इससे पहले भी कमलेश सिंगोदिया ने प्रथम फेज में कोरोना महामारी को देखते हुए जिला प्रशासन को डेढ़ लाख रुपये दिए थे इस अवसर पर पार्षद रामदेव गुर्जर व राहुल सैनी भी मौजूद थे।