Tonk(फ़िरोज़ उस्मानी)। पूर्व डिप्टी सीएम व टोंक विधायक सचिन पायलट आज अचानक दोपहर 2 बजे बाद टोंक पहुचे। उन्होंने जिला प्रशसन की टोंक सर्किट हाउस में बैठक ली। ऑक्सीजन कि किल्लत व दवाईयों के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
इस मौके पर उन्होंने मीडिया से वार्ता के दौरान केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए पायलट ने कहा कि कोरोना की पहली लहर की दिल्ली में बैठकर विजय प्राप्त करने की घोषणा नही करनी चाहिए थी। केंद्र सरकार पारदर्शिता से ऑक्सीजन व रेमिडिसिविर का आवंटन नही कर रही है।
केंद्र को चाहिए कि वो कोरोना मरीज़ों के हिसाब से एक पैमाना बनाकर राज्यो को सुविधाएं उपलब्ध कराएं। केंद्र सरकार की राजस्थान में भी जो भी ऑक्सीजन प्लांट,हो या दवाईयों का आवंटन हो सब प्रक्रिया के हिसाब से करना चाहिए।
वेक्सीन के दाम भी अलग अलग तय किए हुए है, एक ही दवाई के टीम दाम कैसे हो सकते है। भारत मे जब स्टील, सीमेंट, हवाई यात्रा के दाम का नियंत्रण हो सकता है तो जान बचाने वाली वेक्सीन के दामों पर नियंत्रण क्यों नही हो सकता। ऐसा क्यूं है कि वेक्सीन पर ही कंपनी को मुनाफा कमाना ही है, और भी कई कई दवाएं बनाई जाती है।
अगर इस महामारी में कोई मुनाफे की बात कर रहा है तो वो गलत है। लोगों को फ्री वेक्सीन मिलने चाहिए। हालांकि कई राज्य सरकारें ऐसा कर रही है। 1947 से आजतक दुनिया का कोई सा भी वेक्सिनेशन हो वो भारत सरकार ही कराती है।
लेकिन इस बार ऐसा नही हो रहा है। वहीं दूसरी और टोंक के लिए उन्होंने कहा कि ज़िले में पैसों व संसाधनों की कोई कमी नही आने दी जाएगी। सरकारी अस्पतालों के साथ ही अन्य अस्पतालों में भी केपेसिटी बढ़ाने की कोशिश की जा रही है, ताकि गॉंव में कोरोना को रोका जा सके।
अगर कोई मरीज़ मिलता भी तो संबंधित पीएचसी में व्यवस्थाएं हो। इस नाज़ुक घड़ी में सबको साथ चलने की ज़रूरत है।आमजन से अपील है कि वो घरों में ही रहे, रेड अलर्ट पखवाड़े का पालन करें।