Bikaner news । प्रदेशभर में सोमवार से आरम्भ हुए “शुद्ध के लिए युद्ध” अभियान के अंतर्गत चिकित्सा विभाग ने सोमवार को बीकानेर में बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब साढ़े हजार चार हजार पीपे मिलावटी मावा जब्त किया है। यह मावा बीकानेर से प्रदेश के अनेक हिस्सों में दीपावली पर मिठाईयां बनाने के लिए भेजा जा रहा था।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएल मीणा के अनुसार दीपावली के मौके पर घटिया मावा से मिठाईयों की रोकथाम समेत मिलावटी चीजों की बिक्री रोकने के लिए शुरु किए गए शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत सोमवार को सैटेलाइट अस्पताल के पास एक परिसर में स्थित कोल्ड स्टोरेज में अवैध रूप से मावा बनाने की सूचना मिली थी। सूचना पर सोमवार सुबह छापा मारा गया। इस दौरान करीब 4500 मावे के पीपे (कंटेनर) मिले हैं, जिसमें रखे मावे का सैम्पल लिया गया तो वो निम्न स्तर का पाया गया। मावे की मात्रा करीब 45 हजार किलो है। कार्रवाई के दौरान उपखंड अधिकारी मीनू वर्मा भी मौजूद रहीं।
जांच अधिकारी ने जब यहां से जब्त किए गए मावे को हाथों में लेकर रगड़ा तो मावा गीले आटे की तरह बिखर गया। मावा दूध से बनता है लेकिन यहां आटा, अरारोट सहित अन्य सामान डालकर मिलावटी मावा तैयार किया जा रहा था। टीम ने मावे के सैम्पल लिए हैं, अब मावे की गुणवत्ता की प्रयोगशाला में जांच करवाई जाएगी। अगर जांच में मावा मापदंडों पर खरा नहीं उतरता है तो मावे के मालिक पर कार्रवाई होगी।
गौरतलब है कि राज्य में बीकानेर मावा उत्पादन का मुख्य केंद्र है। यहां से हर रोज सैकड़ों किलो मावा प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में भेजा जाता है। बीकानेर से हर रोज करीब दो हजार मावे के पीपे प्रदेश के विभिन्न जिलों में जाते हैं।