Jodhpur News । बंदी के गुप्तांग में मिले मोबाइल के केस में बुधवार को दो जेल प्रहरियों को गिरफ्तार किया गया था। इन्हें गुरुवार को कोर्ट में पेश कर एक दिन की पुलिस अभिरक्षा में लिया गया है। वहीं बंदी देवाराम को पुलिस ने जेल भिजवा दिया है।
रातानाडा थानाधिकारी रमेश कुमार शर्मा ने बताया कि बंदी देवाराम को बुधवार को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया गया। जिससे पूछताछ की तो सामने आया कि जेल में उसे चार मोबाइल देने वाले जेल प्रहरी विश्रोईयान की ढाणिया रोहट निवासी कैलाश विश्रोई व भीनमाल के पुनासा निवासी अशोक विश्रोई थे। तकनीकी सहायता से भी पता लगाया गया। तब पता चलने पर जेल प्रहरी अशोक कुमार व कैलाश को गिरफ्तार कर लिया गया।
मामले के अनुसार जुना पतरासर बाड़मेर निवासी देवाराम पुत्र भीखाराम भील की 19 अगस्त को जेल में अचानक पेट में दर्द की शिकायत हुई थी। जिस पर उसे जेल के चिकित्सकों ने देखा। पता चला कि उसके गुप्तांग में मोबाइलनुमा कोई वस्तु है। जिस पर जेल अधीक्षक कैलाश त्रिवेदी ने उसने तुरंत एमडीएम अस्पताल में भिजवाया। जहां ऑपरेशन के बाद बंदी देवाराम के पेट से चार मोबाइल निकाले गए थे। थानाधिकारी शर्मा ने बताया कि देवाराम को जेल भिजवाया गया है। जबकि जेल प्रहरी कैलाश व अशोक विश्रोई को पुलिस अभिरक्षा में लिया गया है। इन दोनों पर जेल प्रशासन की गाज गिर सकती है। शाम तक निलंबन भी हो सकता है।
हिन्दुस्थान समाचार