Tonk News । टोंक जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने सुश्री चित्रा तोगडा को इण्डियन इंस्टीट्यूट ऑफ साईन्स बैंगलूरू में डॉक्टर ऑफ फिलोसॉफी में शोध हेतु चयन होने पर बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
जिला कलेक्टर मंगलवार को कलेक्टर कक्ष में सुश्री चित्रा तोगडा,उनकी बडी बहिन डॉ.विजय लक्ष्मी तोगडा एवं पिता वरिष्ठ अधिवक्ता महावीर तोगडा से मिले। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धी हासिल कर आपने न केवल टोंक जिले का बल्कि सम्पूर्ण राजस्थान का नाम रोशन किया है।
हम सभी को आप पर गर्व है। इस दौरान श्री अग्रवाल से चित्रा तोगडा एवं डॉ.विजय लक्ष्मी तोगडा द्वारा उच्च शिक्षा, अखिल भारतीय सेवा परीक्षा सहित अन्य विषयों पर विस्तार से चर्चा की। चर्चा के दौरान महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के जिला संयोजक एवं एडवोकेट अनुराग गौतम भी मौजूद थे।
देश के सभी शैक्षणिक शोध संस्थानों में प्रथम स्थान एवं विश्व के टॉप 100 संस्थानों में स्थान रखने वाले प्रसिद्ध भारतीय विज्ञान संस्थान इण्डियन इंस्टीट्यूट ऑफ साईन्स बैंगलूरू में पीएचडी डॉक्टर ऑफ फिलोसॉफी के जीव रसायन विज्ञान विभाग में टोंक की प्रतिभावान शोधार्थी चित्रा तोगडा का चयन हुआ है। चित्रा तोगडा राजस्थान राज्य से उक्त विभाग में चयनित होने वाली एकमात्र शोधार्थी है। देशभर के चयनित होने वाले मात्र 15 शोधार्थियों में से एक चित्रा के चयन से जिले ही नही सम्पूर्ण राजस्थान में प्रसन्नता की लहर है।
चित्रा तोगडा ने वर्ष 2018 में दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रसिद्ध वेंकटेश्वरा कॉलेज से जीव रसायन विज्ञान विषय में स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण की। इसी वर्ष राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय से जैव प्रौद्योगिकी विज्ञान विषय में स्नातकोत्तर परीक्षा उत्तीर्ण करने के साथ-साथ बिना किसी संस्थान से कोचिंग प्राप्त किये भारतीय विज्ञान संस्थान एवं देश के उत्कृष्ट उच्चतर रैंक प्राप्त 7 भारतीय प्रोद्यौगिकी संस्थानों आईआईटी की ओर से आयोजित पात्रता परीक्षा ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इन्जीनियरिंग एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा दोनो परीक्षाएं शानदार स्कोर के साथ उत्तीर्ण कर यह उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है।
चित्रा तोगडा को टिफर मुम्बई तथा दिल्ली,मद्रास,रूडकी व गुवाहाटी आईआईटी ने भी पीएचडी के बायोटैक्नोलोजी विभाग में प्रवेश के लिए साक्षात्कार के लिए चयनित किया है। किन्तु चित्रा तोगडा ने आईआईएससी बैंगलोर द्वारा दो चरणों में लिए गए साक्षात्कार में सफल होकर देश में सर्वश्रेष्ठ रैंक प्राप्त उक्त स्थान में प्रवेश पाने में सफलता हासिल की है।
चित्रा तोगडा को सम्पूर्ण पीएचडी शोध अवधि के दौरान मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से प्रतिमाह मिलने वाला वित्तीय सहयोग भी प्राप्त होगा। चित्रा तोगडा ने अपनी सफलता की श्रेय अपने पिता एडवोकेट महावीर तोगडा, माता दमयन्ती तोगडा व बडी बहिन डॉ.विजय लक्ष्मी तोगडा व सभी परिवारजनों तथा गुरूजनों को दिया है। जिनकी सतत प्रेरणा से वह देश के सर्वश्रेष्ठ प्रथम वरीयता प्राप्त भारतीय विज्ञान संस्थान इण्डियन इंस्टीट्यूट ऑफ साईन्स बैंगलूरू में चयनित हो पाई है।