सवाईमाधोपुर । पूर्व संसदीय सचिव जितेन्द्र गोठवाल ने राज्य सरकार एवं जिला कलेक्टर को अलग अलग पत्र लिखकर मांग की है कि सवाई माधोपुर जिले के लगभग 5 हजार प्रवासी श्रमिक विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन के चलते फंसे हुए हैं जिन्हे अपने घर सकुशल लाने की व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए। लाने में कोताही बरती तो बर्दाश्त नही किया जाएगा ।
पूर्व संसदीय सचिव जितेन्द्र गोठवाल ने लिखे पत्र में बताया कि सवाई माधोपुर से भाजपा के कार्यकर्ताओं एवं विभिन्न उपखण्डों से भाजपा कार्यकर्ताआंें द्वारा घर घर पहुंच कर ऐसे लोगों की सुध ली हैं जो बाहर लॉक डाउन के चलते फंसे हुए हैं। उन्हे लाने की व्यवस्थाओं को लेकर प्रदेश भाजपा के निेर्देशों के तहत जिला प्रशासन को मय नाम पते के अवगत करवा दिया गया हैं।ं इसको लेकर संसदीय सचिव ने जिला कलेक्टर को मेल भी किया हैं।
गोठवाल ने यह भी बताया कि अकेले खंण्डार विधानसभा क्षेत्र के लगभग 300 श्रमिकों की सूची जिला कलेक्टर को मेल भी कर दी गई हैं। जिन्हे अविलम्ब अपने अपने घर लाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए । ताकि उनके परिजन राहत महसूस कर सके । उन्होने कहा कि लाने के बाद उन्हे क्वारेटाईन करना पडे तो इसके लिए भी माकूल व्यवस्था सुनिश्चित की जाए । उन्होने प्रधानमंत्री से भी गुहार की है कि सवाईमाधोपुर के श्रमिकों को लाने के लिए रेल आवश्यक है तो रेल की सुविधा उपपलब्ध करवाई जाये ।
उन्होने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया कि उन्होने श्रमिकों की समस्याओं को समझते हुए श्रमिेकों को लाने ले जाने के लिए रेल सेवा शुरू की । इसके लिए प्रधानमंत्री का आभार जताया । उन्होने आरोप लगाया कि सत्ताधारी दल के लोग सहायता के नाम पर करने के नाम पर उट के मुंह में जीरा वाली कहावत सिद्ध कर रहे।