Sawai Madhopur । पूर्व संसदीय सचिव जितेंद्र गोठवाल ने राज्य सरकार पर एवं जिला प्रशासन पर दोहरी नीति अपनाने का आरोप लगाते हुये कहा कि जिला प्रशासन जाति विशेष के लोगो को ही रसद की राहत सामग्री पहुँचा रही हैं।अन्य की अनदेखी की जा रही हैं। जो ना काबिले बर्दाश्त है। पूर्व संसदीय सचिव एवं पूर्व विधायक जितेंद्र गोठवाल ने कहा कि रसद सामग्री बिना कोई भेदभाव के दलगत राजनीति से ऊपर उठकर समान रूप से रसद सामग्री वितरण किया जाय।
गोठवाल ने गुरुवार को सवाई माधोपुर से जयपुर जाते समय इस संवाददाता से कोथून गांव में अल्प प्रवास के दौरान अनोपचारिक बातचीत में बोल रहे थे । गोठवाल ने राज्य की सत्तारूढ़ सरकार पर कोरे गाल बजाने का आरोप लगते हुए कहा कि वे अपने विधायक मद से राशि का आवंटन किया है। जो अंधा बांटे रेवड़ी फिर फिर अपनो को दे वाली कहावत को ही चरितार्थ ही कर रहे हैं । गोठवाल ने कहा कि वास्तविक रूप में जरुरतमंदों को मदद की दरकार है जो अबतक प्रशासन की अनदेखी के चलते वंचित हैं ।
उन्होंने आरोप लगाया कि खंडार विधानसभा क्षेत्र में विधायक मद से जिसमे मास्क,सेनेटाइजर, भोजन आदि का वितरण किया जाना था लेकिन अबतक कहा किया यह जानकारी नही दे सके। उन्होंने कहा कि शहर के भामाशाह, सामाजिक संगठनों से जुड़े बलोगों द्वारा ज़िला प्रशासन को उपलब्ध कराये गए रसद सामग्री को ही वितरण करवाया जाकर कर्तव्य की इतिश्री कर रहे है। पूर्व संसदीय सचिव गोठवाल ने कहा है सवाई माधोपुर नगर परिषद एवं खंडार के कई वार्ड सेनेटाइजर एवं फोकिंग से वंचित ।
विधायक मद से अबतक कितने लोगों को भोजन के पैकिट बाटे जा रहे है जिनमे कितने लोग जरूरतमंद है ,जिन्हें भोजन की दरकार है। कितने जरूरमंदो को सूखी भोजन सामग्री बाटी जा रही हैं। वितरण की जाने वाली सामग्री में कौन कौन भामाशाहो ने कितनी राशि दी ,कितनी रसद सामग्री में कितना आटा सहित कितनी अन्य सामग्री मिली। यह नही बताकर प्रशासन घालमेल कर रहा हैं। पूर्व संसदीय सचिव एवं विधायक जितेंद्र गोठवाल ने कहा है कि भाजपा ने पहले ही कहा है कि संकट के समय दलगत राजनीति से ऊपर उठकर प्रत्येक जरूरतमंद को आवश्यक ही नही अनिवार्य रूप से राहत सामग्री पहुचे। लेकिन यहां दिहाड़ी मजदूर,रोजकमा कर खाने वाले,हाथ ठेला चलाकर जीवन गुजर बसर करने वाले राहत सामग्री से वंचित है। जिनको फाकाकशी से दोर से गुजरना पड़ रहा है।
पूर्व संसदीय सचिव गोठवाल ने बताया कि वैश्विक महामारी के समय विशेष जाति के लोगो के अतिरिक्त्त अन्य वर्गों के से भी जान लिया जाता तो ठीक होता । अन्य वर्गों के पेट की चिंता की जानी चाहिये । पूर्व विधायक एवं पूर्व संसदीय सचिव जितेन्द्र गोठवाल ने बताया कि भला हो उन सामाजिक संगठनों ,भामाशाहो का जिन्होंने प्रत्येक ऐसे जरूरमंदो के पेट की चिंता कर घर घर राशन सामग्री निःस्वार्थ पहुंचा रहे है।
गोठवाल ने पुलिस महकमा के कोरोना योद्धाओं के साथ की गई मारपीट की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि दोषियों के विरूद्ध कठोर से कठोर कार्यवाही अमल में लाई जाये। पुलिस एवं चिकित्सा कर्मी उनकी जान की ही तो परवाह कर रही है। ऐसे में उन योद्धाओं के साथ मारपीट किया जाना निंदनीय है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से मांग की हैं कि ऎसे लोगो को कठोर से कठोर सजा दे ताकि पुनः ऐसी घटनाओ की पुनरावर्ती ना हो सके।
गोठवाल ने राज्य के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं एवं सभी भामाशाहो का इस संकट के समय तन,मन एवं आर्थिक सहयोग से अपनी जान की परवाह किये बगैर निःस्वार्थ भाव से सेवा कर लोगो की मदद कर रहे है उन सभी भाजपा कार्यकर्ताओं का जिन्होंने प्रधानमंत्री के निर्देशों के तहत लॉक डाउन का पालन करते सेवा कर रहे है का ह्रदय की अनन्त गहराइयों से आभार व्यक्त करता हूं ।