जयपुर । प्रखर संघ विचारक और लेखक प्रो. राकेश सिन्हा ने कहा कि देश को सामाजिक विभाजन से खतरा है, जिस दिन भारत इस सामाजिक विभाजन को समाप्त कर लेगा, हमें विश्व गुरु बनने से कोई भी ताकत नहीं रोक सकती। सिन्हा रविवार को जयपुर में विश्व संवाद केन्द्र एवं पाथेय कण के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित नारद जयन्ती एवं पत्रकार सम्मान समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आज भी समाज में एक बड़ा वर्ग वंचित है। सामाजिक, आर्थिक या सांस्कृ तिक कारणों से पीछे व्यक्ति पीछे रह गया हो उसके प्रति समाज को संवेदनशील होना पड़ेगा। आरक्षण व्यवस्था की बात होती है तो पूरे दलित समाज पर सवाल खड़े कर दिए जाते हैं। भारत के एक बड़े समाज को जब तक हम अपने समान या बराबरी पर नहीं ले आते तब तक भारत को विश्व गुरु बनाने की बात करना मजाक की तरह है।
पत्रकारिता पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी राष्ट्र तब तक ही जीवन्त रहता है, जब तक वहां की पत्रकारिता राष्ट्र की आत्मा के साथ जुड़ी रहती है। स्वतंत्रता से पहले पत्रकारिता राष्ट्र को समर्पित थी। पत्रकारिता का उद्देश्य उन ताकतों को परास्त करना था, जो भारत को गुलाम बनाकर लोगों पर अत्याचार करती थीं।
कार्यक्रम में भारतीय विदेश सेवा से सेवानिवृत अधिकारी गौरीशंकर गुप्ता ने कहा कि समाज में अच्छाई व बुराईयां हमेशा रहती हैं। भारत सबसे कम क्राइम वाला देश है जबकि समाचारों में ऐसा माहौल पैदा कर दिया जाता है कि यह सर्वाधिक अपराधों वाला देश है। पत्रकार को समाज व देश हित को ध्यान में रखते हुए समाचारों में संतुलन बनाए रखना चाहिए। गुप्ता ने कहा कि संस्कृ त संसार की सभी भाषाओं की जननी है जिसमें आज तक कोई परिवर्तन नहीं हुआ। इसी प्रकार गणित के अंक शून्य का आविष्कार, आयुर्वेदए खगोलशास्त्र आदि भारत की देन हैं। इस मौके पर सुबोध पीजी महाविद्यालय के प्रधानाचार्य केबी शर्मा ने पत्रकारिता के विकास में पत्रकारिता शिक्षा को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
पत्रकारों का सम्मान
समारोह में पत्रकारिता के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले पांच पत्रकारों का सम्मान किया गया। इसमें मनीष गोधा, भागीरथ, अंकुर जाखड़, आशुतोष शर्मा और प्रदीप सिंह शेखावत को सम्मानित किया गया।