Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the foxiz-core domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/dreports/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121

Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the fast-indexing-api domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/dreports/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121

Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the rank-math domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/dreports/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
Tonk / भारतीय संस्कृति और ग्रामीण परिवेश की परंपराओं के चित्र आकर्षण का केन्द्र - Dainik Reporters

Tonk / भारतीय संस्कृति और ग्रामीण परिवेश की परंपराओं के चित्र आकर्षण का केन्द्र

liyaquat Ali
3 Min Read

Tonk News । महिला कलाकारों द्वारा बनाए गए चित्रों की कला प्रदर्शनी का आयोजन अजीम प्रेमजी फाउंडेशन हॉल में किया जा रहा है।

अजीम प्रेमजी फांउडेंशन के देवेन्द्र जोशी ने बताया कि बनास कलाकार समूह के तत्वावधान में आयोजित इस कला दीर्घा का मुख्य आकर्षण भारतीय संस्कृति और ग्रामीण परिवेश की परंपराओं के आधार पर बनाए गए चित्र हैं। जिनके माध्यम से संस्कृति परंपरा रीति-रिवाजों इत्यादि की अभिव्यक्ति की गई है।

मांडने के डिजाइन को कैनवास पर आकर्षक तरीके से उकेरा गया है ग्रामीण परिवेश की जीवनशैली को चित्रों के माध्यम से अभिव्यक्ति दी गई है। बाल कलाकारों द्वारा भी अपनी भावनाओं की अभिव्यक्ति चित्र के माध्यम से प्रदर्शित करने का मौका है। इस कला दीर्घा में मिला है।

वनस्थली विद्यापीठ की चित्रकला विभागाध्यक्ष डॉ किरण सरना, डॉ अन्नपूर्णा शुक्ला सहित कोमल कुमावत, शिप्रा सक्सेना, हर्षा विजय,पूजा साहू, पूनम डिंगगरवाल, राजवंशी तंबोली, मनीषा,राशिदा बी,आयशा भारती,शमामा फरहत,मरियम खान, इरम खान, कीर्ति चंदानी,करुणा,रोनक खारोल, पूजा साहू, प्रियंका शर्मा, निकिता रानी, पायल सहित अनेक महिला कलाकारों ने सामूहिक रूप से अपनी कला का प्रदर्शन इस कला दरगाह के माध्यम से किया है। कला दीघा्र को देखने के लिए विद्यालयों से जुड़े हुए विद्यार्थी छात्र-छात्राएं लगातार आ रहे हैं। टोंक के प्रबुद्ध जनों ने अवलोकन कर महिला कलाकारों की चित्रकारी की प्रशंसा की है।

बार एसोसिएशन टोंक के पूर्व अध्यक्ष महावीर तोगड़ा ने कहा कि बहुत सुंदर प्रिया से इस तरह के आयोजन टोंक में लगातार होते रहने से कला को प्रोत्साहन मिलता है। कैप्टन साहिबजादा शमशेर अली खान शाहीन ने कहा कि जिस मेहनत और लगन के साथ महिला कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया है वह सराहनीय है।

गांधीवादी विचारक मुजीब आजाद ने कहा कि महिला कलाकारों ने संवेदना की अभिव्यक्ति कलाकृति के माध्यम से की है, कला के प्रदर्शन के साथ-साथ ग्रामीण परिवेश को भी प्रदर्शित किया गया है ऐसे प्रतिभावान कलाकारों को प्रोत्साहन मिलना चाहिए।

कला दीर्घा के संबंध में नरेंद्र चौधरी ने कहा कि महिला कलाकारों द्वारा एकजुटता के साथ कला का अनूठा प्रदर्शन सराहनीय है। आर्टिस्ट अजय मिश्रा ने  बताया कि 8 मार्च को महिला दिवस के अवसर पर इस प्रदर्शनी का आयोजन अजीम प्रेमजी फाउंडेशन में किया गया है, जो 14 मार्च तक चलेगा।

गांधी जीवन दर्शन समिति के जिला संयोजक अनुराग गौतम ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया, उन्होंने कहा कि गांधी जीवन दर्शन से जुड़ी कला का भी प्रदर्शन इसमें किया गया है गौतम ने कलाकार मीनाक्षी के चित्र की प्रशंसा की और कहा कि गांधी जीवन दर्शन की प्रदर्शनी लगाई जानी चाहिए।

Share This Article
Follow:
Sub Editor @dainikreporters.com, Provide you real and authentic fact news at Dainik Reporter. Mobile +917014653770