अमर्यादित राजनीतिक लोलुपता के वशीभूत पंगु मानसिकता के शिकार हैं CAA के विरोधी – डा.अलकासिंह

liyaquat Ali
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Dr. Alka Singh

Tonk News – भाजपा राजस्थान की प्रदेश उपाध्यक्ष और पंचायत राज चुनाव के लिए भाजपा प्रदेश संयोजक डॉ अलका सिंह ने रविवार को ोंक जिला मुख्यालय पर सर्किट हाउस में नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के महत्व को बताते हुए पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह जहां जनहित और मानवीयता को वरीयता देते हुए काम कर रहे हैं, वहीं कांग्रेसी बौखलाहट से भरी हुई भडक़ाऊ बयान बाजी कर दंगाइयों और उपद्रवियों को उकसाकर आम जनता को हर तरह से परेशान करने का कार्य कर रहे हैं।

डॉ अलका सिंह (Dr. Alka Singh) ने नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 (CAA) की जरूरत बताते हुए कहा यह सर्वविदित है कि इस नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है जो भारत के किसी भी वर्तमान नागरिक की नागरिकता को समाप्त करता हो बल्कि यह अधिनियम पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान के वर्षों से प्रताडि़त, हिंदू, सिक्ख, जैन, बौद्ध, ईसाई, पारसी, अल्पसंख्यकों को दानवता के दावानल से निकालकर भारतीय नागरिकता देकर मानवीयता के सुरम्य वातावरण में जीने का अवसर देने के लिये भारतीय संसद ने पारित किया है।

अलका सिंह  ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के राष्ट्र  को राजस्थान में  लागू नहीं होने देने के बयान पर प्रहार करते हुए कहा कि देश हित के लिए  काम करने वाले प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह जी के हर निर्णय पर  अंगुली उठाकर  राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत दो  ध्रुवों की आपसी प्रतिस्पर्धा में अपनी सलामती के लिए दिल्ली दरबार को  खुश करते हैं । डॉक्टर अलका सिंह ने कहा कि यह कानून किसी एक धर्म के लोगों के लिए नहीं लाया गया है यह सभी प्रताडि़त अल्पसंख्यकों के संरक्षण के लिए है इसलिए इसमें आर्टिकल 14 का उल्लंघन नहीं होता है।

अगर हमारे देश का विभाजन धर्म के आधार पर नहीं हुआ होता तो आज इस कानून को लाने की सरकार को जरूरत नहीं होती। उन्होंने कहा कि नेहरू लियाकत समझौते में भारत और पाकिस्तान ने अपने अपने क्षेत्र में अल्पसंख्यकों का ध्यान रखने का समझौता किया था लेकिन पाकिस्तान ने इस समझौते का पालन कभी नहीं किया।

पाकिस्तान अफगानिस्तान और बांग्लादेश के संविधान में इस्लाम को राज्य धर्म बताया है वहां अल्पसंख्यकों को न्याय मिलने की संभावना लगभग खत्म हो जाती है 1947 में पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की आबादी 23 प्रतिशत थी और 2011 में यह घटकर 3.7 प्रतिशत पर आ गई।  प्रेस वार्ता मे जिला महामंत्री नरेश बंसल, लोक सभा क्षेत्र के सह मीडिया प्रभारी ओम प्रकाश गुप्ता,महिला मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती रामा चौधरी एडवोकेट जिला महामंत्री श्रीमती नीलिमा आमेरा ,धर्मेंद्र राजावत,राम लोहिया,जयपुर के राजनीतिक विश्लेषक और लेखक डॉ आलोक भारद्वाज भी उपस्थित रहे ।

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