Bhilwara News (मूलचन्द पेसवानी) – संगम युनिर्वसीटी भीलवाड़ा के तत्वाधान मे दो दिवसीय अंतराष्ट्रीय कांफ्रेंस एनवायरमेंट एंड क्लाइमेट कंासीक्वेंसेस चेलेंन्जेस एंड मिटिगेशन स्टेर्टजिस विषय पर आयोजन किया गया। कांफ्रेंस की ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री डॉ. सुधा समरवाल ने बताया की समापन अवसर पर रविवार को आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर राजन नंदा संगम उद्योग समूह के चेयरपर्सन रामपाल सोनी, पुलिस अधीक्षक हरेंद्र कुमार, एमडीएस यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति प्रोफेसर केके शर्मा, एमआईटी यूएसए के प्रोफेसर अखिलेश कुमार, संगम संगम उद्योग समूह के प्रबंध निदेशक एसएन मोदानी, संगम यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर केपी यादव, रजिस्टर डॉ.ओपी गुप्ता ने दीप प्रज्वलित कर किया ।
इस अवसर पर एमडीएस यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति प्रोफेसर केके शर्मा ने सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर द यूज ऑफ स्पेस टेक्नोलॉजी इन एनिमल साइंस विशेष रूप से स्नेक बाइट पर पर अपने शोध कार्य को प्रदर्शित किया तथा प्रोफेसर मनदीप भटनागर ने एनवायरमेंटल स्ट्रेस इन एनिमल एनिमल ए कंटेंपरेरी इश्यूज विशेष रूप से फ्लोराइड से मनुष्य पर होने वाले प्रभावों प्रभावों पर पर अपने शोध कार्य प्रदर्शित किए। प्रोफेसर सतीश शर्मा एवं डॉ.गुणमाला ने विभिन्न स्कूलों से आए छात्र छात्राओं को पर्यावरण व उससे होने वाले से होने वाले प्रभावों के बारे में विस्तार से चर्चा की।
स्कूल के विद्यार्थियों को व कांफ्रेंस के प्रतिभागियों को पुलिस अधीक्षक हेमेंद्र कुमार ने वातावरण की शुद्धता व पर्यावरण के संरक्षण की शपथ दिलाई। दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस के में प्रदर्शित शोध कार्यों व पर्यावरण से संबंधित उत्कृष्ट सुझावों को भारत सरकार एवं राजस्थान सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी को प्रेषित किया जाएगा।
तकनिकी सत्रो मे उत्कृष्ट शोध पत्रों व पोस्टर प्रजेन्टेशन को पुरूस्कृत किया गया जिनमे पोस्टर की श्रेणी में जगदीश चंद्र जाट के पोस्टर हाइड्रोजन प्रोडक्शन एंड फोटोवॉल्टिक रिफॉर्मिंग ऑफ ग्लूकोस ऑन पीआईओ बेस्ड कैटालिस्ट विषय के पोस्टर को प्रथम पुरस्कार दिया, अनिल कुमार शर्मा व डाॅ. अनिल त्रिपाठी के पोस्टर डिसटीब्यूशन एंड रेट्स ऑफ ब्लैक हेडेड इब्स को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ।
जिनमे अभिषेक केन के शोध पत्र हयूमिड हाॅट एनवायरमेंटल मोड्यूलेशन इन हेपेथेटिक फंक्शन ऑफ मगरा शिफ्ट फ्रॉम एरिड ट्रैक ऑफ बीकानेर राजस्थान, कौशिक घोष राजेश धिबार एवं शोवाना मुखर्जी के अमेजॉन रेन फॉरेस्ट फायर एंड बायोडायवर्सिटी लॉस एंड इट्स एप्लीकेशन ऑफ रिमोट सेंसिंग। प्रियंका सोनी सलोनी जैन व टीना साहू के इफेक्ट ऑफ मोबाइल रेडिएशन ऑन ह्यूमन बीइंग, राजू लाल धाकड़ के पोलूशन प्रिवेंट ऑन इंडस्ट्री लेवल, डॉ.सुनील अरोड़ा का शोध पत्र एनवायरमेंटल चैलेंजिस वाईज़ ए वाईज़ ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस इन इंडीजीनस नॉनडिस्ट्रक्टिव कॉउस फ्रॉम एराईड ट्रैक, डॉ भगत सिंह सैनी के एनवायरमेंटल चैलेंजिस माड्यूलेशन इन रूलर क्लीयरेंस एंड नॉन डिस्ट्रिक्ट इन कैटल फ्रॉम एराईड ट्रैक ऑफ राजस्थान, अजय स्रिगल का शोध पत्र कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट बेस्ट प्रैक्टिसेज व्हाई इट इज इम्र्पोटेन्ट टू एन इंपेरिकल स्टडी,
नवीन कुलकर्णी के शोध पत्र पैरामाउंट फिट टू स्वे एण्ड पर्ज पोलूशन यूटिलाइजिंग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड इंटरनेट ऑफ थिंग्स विषय, मनदीप कौर का शोध पत्र रिमूवल एंड डाई फ्रॉम टेक्सटाइल इफेक्टिव यूजिंग फ्रूट वेजिटेबल ऑइल्स एंड एफिशीएन्ट बायो सेंड, अंजलि दाधीच के शोध पत्र ग्रीन सिन्टेथिक्स एंड कैरक्टराइजेशन ऑफ सिल्वर नैनोक्रिस्टल एंड इट्स यूज ऑफ फॉर डिग्रेडेशन आफ टैक्सटाइल डायरेक्ट ब्लैक, दीपिका चोटिया व डॉ ममता गोयल के शोध पत्र इंपैक्ट ऑफ एनवायरमेंटल कमर्शियल फंगासाइट, अरुण चैधरी व संजीव बालोंत के शोध पत्र पैटर्न ऑफ ब्राइफेटस रिचनेस इन सीता माता वाइट सेंचुरी राजस्थान, राधेश्याम प्रजापत व इंदु वाला बापना के शोध पत्र एप्लीकेशन ऑफ के गामा फंक्शन इन रियल लाइफ, श्रवण कुमार व शुभम जयसवाल के शोध पत्र इंपरेटिव रिप्लिकेशन ऑफ कार्बन डाइऑक्साइड प्रेसिपिटेशन ऑफ मानसून क्लाउड थें।