Jaipur News : नगर निगम की पार्षद(councilor) और महिला उत्थान समिति की अध्यक्ष सुमन गुर्जर (Chairperson Mahila Utthan Samiti Suman Gurjar ) के ट्रेप केस (Trap case)को लेकर अब सियासत तेज हो गई है. बीजेपी (BJP)के सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी (Sanganer MLA Ashok Lahoti) ने शनिवार को इस मामले में प्रेसवार्ता कर खुले तौर पर आरोप लगाते हुए कहा कि सुमन गुर्जर पर हुई कार्रवाई तो खानापूर्ति मात्र है, जबकि निगम में पर्दे के पीछे कई किरदार हैं जो घूसखोरी के काम में शामिल हैं.
अशोक लाहोटी ने महापौर विष्णु लाटा, समिति चेयरमैन और निगम आयुक्त पर भी कई गंभीर आरोप लगाए. विधायक लाहोटी ने नगर निगम के महापौर विष्णु लाटा और आयुक्त के द्वारा 350 करोड़ रुपए के किए गए टेंडरों में गड़बड़ियां करने का आरोप लगाते हुए उनकी जांच करवाने की मांग की. उन्होंने महापौर लाटा के कार्यकाल में किए गए तमाम विकास कार्यो की जांच करवाने की मांग की.
उन्होंने इसकी जांच एसीबी, रिटायर्ड जज या लोकायुक्त से करवाए जाने की मांग की है. उल्लेखनीय है कि विष्णु लाटा से पहले अशोक लाहोटी जयपुर नगर निगम के महापौर थे. बाद में लाहोटी विधानसभा का चुनाव लड़कर विधायक बन गए और महापौर पद से इस्तीफा दे दिया था.
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की विशेष इनवेस्टिगेशन टीम ने एक दिन पहले शुक्रवार को ही जयपुर के वार्ड 39 की कांग्रेस पार्षद सुमन गुर्जर को 1.25 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. सुमन गुर्जर महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष भी थी.
लेकिन एसीबी की कार्रवाई के कुछ घंटों बाद ही कांग्रेस ने सुमन गुर्जर को तत्काल प्रदेश उपाध्यक्ष पद से हटा दिया था. बाद में देर रात को सुमन गुर्जर को पार्टी से भी निष्कासित कर दिया गया.