बरसात के दौर के साथ ही शहर में जर्जर भवनों के गिरने का खतरा बढऩे लगा है। परकोटा क्षेत्र में ऐसी कई इमारतें है जो गिरने के कगार पर खड़ी है, लेकिन न्यायिक विवादों और किराएदारों के निवास करने के कारण अजमेर नगर निगम कार्रवाई नहीं कर पा रहा है। गुरुवार को देहली गेट के पास पीर मिठ्ठा गली में स्थित मस्जिद कमेटी की जर्जर इमारत धराशायी हो गई। इसके साथ ही आसपास की इमारतों को भी खतरा पैदा हो गया।
निगम की ओर से बुधवार को ही 17 जर्जर इमारतों को चिह्निïत कर उन्हें गिराने के लिए भवन मालिकों को नोटिस जारी किए थे। इसी बीच मस्जिद कमेटी की बिल्डिंग धराशायी हो गई। अचानक हुए इस हादसे में कोई जनहानि तो नहीं हुई, लेकिन प्रशासनिक लापरवाही सामने आई।
निगम की ओर से इस बिल्डिंग के नजदीक ही एक जर्जर भवन को नोटिस जारी किया था, लेकिन इस बिल्ंिडग को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई। भवन में रह रहे लोगों की ओर से बिल्डिंग के एक हिस्से को गिराने का काम किया जा रहा था, जर्जर होने के कारण पूरा भवन ही अचानक जमींदोज हो गया।
लोगों ने की नारेबाजी
हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने जमकर नारेबाजी की। लोगों का कहना था कि निगम की लिगम की लापरवाही के कारण ऐसा हो रहा है। गनीमत रही की हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ। निगम की ओर से पास में रहने वाले व्यक्ति को तो नोटिस जारी कर भवन को सुरक्षित करने के निर्देश दिए, लेकिन इस जर्जर इमारत की ओर ध्यान ही नहीं दिया। पुलिस ने समझाइश कर लोगों को शांत किया।