जयपुर
विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी और भाजपा सदस्यों के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है। यही वजह रही कि विधानसभा में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन अध्यक्षीय व्यवस्था से नाराज विपक्ष ने वैल में आकर नारेबाजी और हंगामा किया। हंगामा उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ के बजरी खनन को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब के बाद पूरक सवालों को लेकर हुआ।
विधानसभा अध्यक्ष जोशी पर सरकार को बचाने के आरोप
विपक्ष ने विधानसभा अध्यक्ष जोशी पर सरकार को बचाने के आरोप लगाया। वैल में करीब 15 मिनट तक हंगामे के बाद प्रतिपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया कहा कि जब हमें प्रश्न पूछने का अधिकार ही नहीं है तो फिर हम प्रश्नकाल में आएं ही नहीं। इसके बाद विपक्ष ने सदन से बर्हिगमन कर दिया। इस पर जोशी ने भी सख्त लहजे में उन्हें धन्यवाद कह दिया। मामले में खान मंत्री प्रमोद जैन भाया ने जवाब दिया कि खातेदारी भूमि में अप्रधान खनिज के एक से चार हैक्टेयर क्षेत्रफल तक के खनन पट्टे जारी किए जा रहे हैं। वर्तमान में 10 खनन पट्टों की मंजूरी दी गई है। जबकि खनन पट्टा आवंटन के लिए 216 मंशा पत्र जारी किए गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा बजरी के दीर्घकालीन विकल्प के रूप में एमसेण्ड के उपयोग के लिए राजस्थान एमसेण्ड नीति विचाराधीन है।
बड़े खनन पट्टों की नीलामी की संख्या
राठौड़ ने मंत्री से पिछली कांग्रेस सरकार के अक्तूबर 2012 से अप्रैल 2013 के बीच आखिरी एक साल के दौरान बड़े खनन पट्टों की नीलामी की संख्या और उससे मिली राशि की जानकारी मांगी। इस दौरान राठौड़ के मंत्री को टोकने पर विधानसभा अध्यक्ष ने उनसे कहा कि वह नीति पर नहीं पूछे बल्कि सीधे सवाल करें। राठौड़ ने कहा कि वह नीति पर नहीं पूछ रहे बल्कि यह पूछ रहे हैं कि जब खुली नीलामी शुरू हुई तो कितनों की नीलामी हुई, उससे राजस्व कितना मिला। यह सवाल तो पूछ सकता हूं लेकिन जोशी ने राठौड़ को फिर टोका और कहा कि वह लिखित में दिए प्रश्न को पढ़े, आपने बजरी का प्रश्न पूछा है। इससे राठौड़ उखड़ गए और कहने लगे कि यदि ऐसी ही हालत रही तो प्रश्न पूछना बंद कर देंगे।
राठौड़ से बहस होने लगी तो जोशी ने अगला प्रश्न पुकार लिया। इससे भाजपा के सदस्य अपनी सीटों से खड़े होकर शोर शराबा करने लगे। जोशी ने भी सख्ती से कह दिया कि ऐसा नहीं चलेगा, आप बाहर जा सकते हैं। इसके बाद विपक्षी वैल में पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे। शोरशराबे के बीच प्रश्नकाल के बाद की कार्यवाही जोशी ने शुरू कर दी। विरोधस्वरूप विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया।