येदियुरप्पा ने बहुमत सिद्ध करने से पहले दिया इस्तीफा

येदियुरप्पा ने कहा वह जनता की राजनीति करते हैं
कर्नाटक। विधानसभा चुनाव नतीजे के बाद से भाजपा का घटनाक्रम चल रहा था । कर्नाटक में चल रहे सियासी नाटक अब ख़त्म हो गए । जब भाजपा के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने इस्तीफा देने की घोषणा कर दी । दो दिन पहले ही सारी नैतिकता को धत्ता बताते हुए कर्नाटक के राज्यपाल ने येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद का शपथ दिलाते हुए । 15 दिन का समय दे दिया था बहुमत साबित करने के लिए।

कांग्रेस ने राज्यपाल के इस एक तरफा फैसले के विरोध सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था । तब सुप्रीम कोर्ट ने येदियुरप्पा को दो दिन में बहुमत साबित करने का फैसला दिया था ।103 विधायकों वाली येदियुरप्पा आज सदन में 112 के आंकड़े वाले बहुमत हासिल नहीं कर पाएं। जिससे उन्हें इस्तीफ़ा देना पड़ा । बीएस येदियुरप्पा ने कर्नाटक मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के दो दिन बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफे से पहले येदियुरप्पा ने विधानसभा में भावुक भाषण दिया. येदियुरप्पा ने कहा कि वह अपनी आखिरी सांस तक किसानों और कर्नाटक की जनता के लिए काम करते रहेंगे. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और जेडीएस की आलोचना भी की.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस-जेडीएस का गठबंधन जनमत के खिलाफ है.’ उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों का मान रखना चाहिए. आजादी के इतने सालों बाद भी हम किसानों की समस्या का समाधान नहीं कर पाए हैं. वह पार्टी पॉलिटिक्स नहीं करते हैं। वह जनता की राजनीति करते हैं। उनका मजाक बनाया गया । वह किसानों के लिए लड़ते रहेंगे।