भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने गुरुवार को विधानसभा में पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन और एईएन को 70 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। एसीबी टीम ने कार्रवाई से पहले प्रोटोकॉल के तहत विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी से अनुमति ली। मामले में कैशियर को भी टीम ने दबोचा है। एसीबी की तीन अलग-अलग टीमें इनके दफ्तर और घरों पर सर्च कर इनकी चल-अचल सम्पत्ति का पता लगा रही है।
ब्यूरो के डीजी आलोक त्रिपाठी ने बताया कि गिरफ्तार हुआ रिश्वतखोर जितेन्द्र ढाका एक्सईएन है जबकि दिनेश पारीक एईएन है। एसीबी ने तीसरे आरोपी कैशियर को घूसखोरी में लिप्त होने पर गिरफ्तार कर लिया है।एसीबी सूत्रों के अनुसार एक्सईएन ढाका और एईएन पारीक तथा कैशियर अन्य कर्मिकों के जरिए ठेकेदारों से बिलों का भुगतान करने के एवज में मोटी घूस लेता था।
एक्सईएन सचिवालय डिवीजन में तैनात और वर्ष,2016 से यहां तैनात है। वह रिश्वत लेने के लिए विधानसभा स्थित पीडब्ल्यूडी कार्यालय को महफूज समझता था। घूस डील से लेकर लेन-देन भी यहीं करता था ताकि ब्यूरो या अन्य एजेंसी को कार्रवाई के लिए लम्बी प्रक्रिया से गुजरना पड़े।
विधानसभा अध्यक्ष
एसीबी ने घूसखोर की जानकारी गोपनीय रखते हुए विधानसभा अध्यक्ष से कार्रवाई के लिए अनुमति ली। कार्रवाई के दौरान पूरे प्रोटोकॉल का ख्याल रखा गया। ब्यूरो ने कार्रवाई को इस कदर अंजाम दिया कि विधानसभा कर्मचारियों से लेकर सुरक्षाकर्मियों को भनक तक नहीं लगी। ठेकेदार से सिविल वर्क के बिलों का भुगतान के एवज में रिश्वतखोरों ने 70 हजार रुपए की घूस मांगी थी। ब्यूरो ने योजना के तहत पहले ही जाल बिछाकर परिवादी को रिश्वत की रकम लेकर भेजा तो आरोपियों के रुपए लेते ही दबोच लिया। एसीबी गिरफ्त में आए कैशियर से भी पूछताछ कर पूरे नेटवर्क का पता लगा रही है।
एसीबी ने पुलिस कमिश्नरेट की डीओबी शाखा
एसीबी ने पुलिस कमिश्नरेट की डीओबी शाखा में कार्रवाई की तो हड़कंप मच गया। ब्यूरो टीम ने कमरा नम्बर-31-बी से घूसखोर बाबू रामलाल शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। एसीबी ने उसके पास से रिश्वत में लिए 5 हजार रुपए भी बरामद कर लिए है।
ब्यूरो सूत्रों के अनुसार आरोपी एक साल बाद ही रिटायर होने वाला है मगर वह रिटायर्ड पुलिस कर्मचारियों से छोटे-मोटे कामों के एवज में घूस लेता था। उसके खिलाफ रिटायर्ड सिपाही ने एसीबी में शिकायत दी थी।
बाबू नए वेतनमान के एरियर बनाने और पेंशन रकम की भुगतान के एवज में उससे 5 हजार रुपए की रिश्वत की मांग रहा था। एसीबी ने टे्रप का जाल बिछाकर उसे गिरफ्तार कर लिया।