ब्रेस्ट इंप्लांट से महिलाओं को मिलता है फायदा

liyaquat Ali
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जयपुर

सवाई मानसिंह अस्पताल के प्लास्टिक सर्जरी विभाग की ओर से गुरूवार को एसएमएस सभागार में ब्रेस्ट रिकंस्ट्रक्शन जागरूकता कार्यक्रम एवं सेमीनार का आयोजन किया गया। सेमीनार के मुख्य वक्ता यूके लंदन के बे्रस्ट और प्लास्टिक सर्जन डा. भगवत माथुर ने ब्रेस्ट रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी की नई तकनीक की जानकारी दी वहीं विभाग के सीनियर प्रोफेसर और हैड डा. प्रदीप गोयल ने ब्रेस्ट रिकंस्ट्रक्शन को महिलाओं की शर्मिन्दगी दूर करने के लिए जरूरी बताया।

सेमीनार को संबोधित करते हुए एसएमएस मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. सुधीर भंडारी ने प्लास्टिक सर्जरी विभाग को विभिन्न उपलब्धियों के लिए बधाई दी और बताया कि जल्द ही एसएमएस में 50 बैड का स्पेशन आईसीयू बनाया जाएगा। इसके लिए 100 करोड रुपए मंजूर हुए हैं। पूर्व सांसद डा. करण सिंह यादव ने कहा कि इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम से आमजन को फायदा मिलता है और ऐसे कार्यक्रम होते रहने चाहिए।

विभागाध्यक्ष डा. गोयल ने बताया कि ब्रेस्ट कैंसर से पीडित महिलाओं को कैंसर सर्जरी के बाद ब्रेस्ट रिकंस्ट्रक्शन करवाना चाहिए ताकि उन्हें कहीं भी शर्मिन्दगी नहीं झेलनी पडे। ब्रेस्ट कैंसर की सर्जरी के बाद दुबारा कैंसर होनेे की संभावना नगण्य होती है और अगर इसके बाद भी कैंसर हो जाता है तो उसका कीमो थैरेपी से इलाज किया जा सकता है। ऐसे में ब्रेस्ट ब्रेस्ट रिकंस्ट्रक्शन करवाने वाली महिलाओं को बार बार ब्रेस्ट की सर्जरी नहीं करवानी पडती।

इसमें जागरूकता के अभाव में महिलाएं सर्जरी नहीं करवाती इसके कारण वे कई मौके पर ब्रेस्ट को छिपाती है जिसके कारण उन्हें शर्मिन्दगी उठानी पडती है। सर्जरी के 6 से 8 सप्ताह में ही महिलाएं सामान्य जीवन जी सकती है। एसएमएस अस्पताल में पिछले 40 वर्षों में एक लाख से अधिक प्लास्टिक सर्जरी की जा चुकी है।  कार्यक्रम के संयोजक दिनकर सारस्वत ने बताया कि इस मौके पर एसएमएस अस्पताल के अधीक्षक डा. डी.एस.मीणा भी उपस्थित रहे।

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