प्रशासनिक सेवाओं में रहते हुए भी पार्टी कार्यो के लिए समर्पित विक्रम सिंह गुर्जर

liyaquat Ali
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(विक्रम सिंह गुर्जर नाम ही काफी है..)

कांग्रेस पार्टी कार्यो के लिए रोजाना  300 सौ किलो मीटर की यात्रा करते है

 

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(विक्रम सिंह गुर्जर नाम ही काफी है..)कांग्रेस पार्टी कार्यो के लिए रोजाना  300 सौ किलो मीटर की यात्रा करते हैTonk news (फिरोज़ उस्मानी)। युवा गुर्जर महासभा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम सिंह गुर्जर(Yuva Gurjar Mahasabha state president Vikram Singh Gurjar) एक एैसे कांग्रेसी नेता (Congress leader)का नाम है, जो पिछले 17 वर्षो से निष्पक्षता से पार्टी ही नही सौशल कार्यो में अपना तन-मन व धन से सहयोग देते आ रहे है। कांग्रेस पार्टी के प्रति जुनून के चलते ही सेवाभावी बनाया है।गांव-गावं ढाणी-ढाणी विक्रम सिंह गुर्जर (Vikram Singh Gurjar) इतने चर्चित है, कि महिला-पुरूष व बच्चें (Men -women & children)तक उनके नाम से वाकिफ है। इनकी सक्रियता का अंदाजा इसी बात से लग जाता है कि वो लोगों की सेवा भाव के लिए रोजाना 300 से 350 कि.मी. की यात्रा करते है।विक्रम सिंह गुर्जर(Vikram Singh Gurjar)जेसे कर्मठ व सक्रिय नेता ही कांग्रेस को जीवित रखे हुए है। ऐसे ही सक्रिय नेताओं की कांग्रेस में इस समय जरूरत है।  प्रशासनिक सैवाएंविक्रम सिंह गुर्जर (Vikram Singh Gurjar) प्रशासनिक सेवाए देने के साथ ही सामाजिक व राजनैतिक गतिविधियों में सक्रिय रहे है। विक्रम सिंह गुर्जर ने 1990 में रसायन शास्त्र में एमएससी करने के बाद राजस्थान विश्व विद्यालय से 1993 में पीएचडी की उपाधी ली। इसके बाद चिमनपुरा कॉलेज में रहे।इसके बाद सहायक निदेशक कॉलेज शिक्षा निदेशालय जयपुर के पद पर 10 वर्ष तक रहे। 18 जनवरी 1996 में रा.मा. वि. सवाई माधोपुर में रसायन शास्त्र में प्रोफेसर रहे। वर्तमान में टोंक पीजी कॉलेज में प्रोफेसर के पद पर है।1985 से स्टूडेंट लाईफ में ही राजनिती में सक्रिय हो गए। भरतपुर के सरकारी कॉलेज में एनएसयूआई से छात्र राजनिती में जुड़ गए। राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) व राजेश पायलट(Rajesh Pilot)जैसे नेताओं से प्रेरित विक्रम सिंह गुर्जर कांग्रेस पार्टी में अपनी सैवाएं देते आ रहे है। कभी राजीव गांधी से मिलने का सपना लेकर आए।विक्रम सिंह गुर्जर आज कांग्रेस के सभी छोटे बड़े नेताओं में अपनी खास पहचान बनाए हुए है। कांग्रेस की रैलियां व कार्यक्रमों में गुर्जर का पूरा  सहयोग रहता है। हजारों कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटाते है। कई आन्दोलन में अहम भूमिका निभाईकांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट(Sachin Pilot)की हजारों रैलियों में में भाग ले चुके है। इसके साथ ही गुर्जर की कई महत्तवपूर्ण आन्दोलन में अहम भूमिका रही है।सचिन पायलट(Sachin Pilot)के अध्यक्ष बनने के बाद टोंक जिले में विक्रम सिंह गुर्जर ने सबसे ज्यादा सक्रियता दिखाई है। जयपुर, दिल्ली, बांरा व टोंक में होने वाले सभी कांग्रेसी कार्यक्रमों में भारी संख्या में कार्यकर्ताओं को लेकर पहुचंते है।विक्रम सिंह हॉल ही में मेरा बुथ मेरा गौरव (Mera Booth Mera Gourav) कार्यक्रम में भी 2 हजार लोगों को लेकर पहुचें थे। सन 2001 से उनियारा-देवली (Uniara-Deoli)में राजनिती में सक्रिय है। यंहा की प्रत्येक राजनैतिक गतिविधियों में पूरी तरह से सक्रिय है।राजस्थान सरकार की देवनारायण स्कूटी छात्रवृति योजना (Devnarayan Scooty Scholarship Scheme)को लागू करवाने में विक्रम सिंह का ही महत्तवपूर्ण योगदान रहा है। इस योजना का ड्राफ्ट भी विक्रम सिंह द्वारा ही बनाया गया।

Tonk news (फिरोज़ उस्मानी)। युवा गुर्जर महासभा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम सिंह गुर्जर(Yuva Gurjar Mahasabha state president Vikram Singh Gurjar) एक एैसे कांग्रेसी नेता (Congress leader)का नाम है, जो पिछले 17 वर्षो से निष्पक्षता से पार्टी ही नही सौशल कार्यो में अपना तन-मन व धन से सहयोग देते आ रहे है। कांग्रेस पार्टी के प्रति जुनून के चलते ही सेवाभावी बनाया है।

गांव-गावं ढाणी-ढाणी विक्रम सिंह गुर्जर (Vikram Singh Gurjar) इतने चर्चित है, कि महिला-पुरूष व बच्चें (Men -women & children)तक उनके नाम से वाकिफ है। इनकी सक्रियता का अंदाजा इसी बात से लग जाता है कि वो लोगों की सेवा भाव के लिए रोजाना 300 से 350 कि.मी. की यात्रा करते है।

विक्रम सिंह गुर्जर(Vikram Singh Gurjar)जेसे कर्मठ व सक्रिय नेता ही कांग्रेस को जीवित रखे हुए है। ऐसे ही सक्रिय नेताओं की कांग्रेस में इस समय जरूरत है।

         

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  प्रशासनिक सैवाएं

विक्रम सिंह गुर्जर (Vikram Singh Gurjar) प्रशासनिक सेवाए देने के साथ ही सामाजिक व राजनैतिक गतिविधियों में सक्रिय रहे है। विक्रम सिंह गुर्जर ने 1990 में रसायन शास्त्र में एमएससी करने के बाद राजस्थान विश्व विद्यालय से 1993 में पीएचडी की उपाधी ली। इसके बाद चिमनपुरा कॉलेज में रहे।

इसके बाद सहायक निदेशक कॉलेज शिक्षा निदेशालय जयपुर के पद पर 10 वर्ष तक रहे। 18 जनवरी 1996 में रा.मा. वि. सवाई माधोपुर में रसायन शास्त्र में प्रोफेसर रहे। वर्तमान में टोंक पीजी कॉलेज में प्रोफेसर के पद पर है।

        

IMG 20180601 WA0025 पार्टी के प्रति सेवाभाव

1985 से स्टूडेंट लाईफ में ही राजनिती में सक्रिय हो गए। भरतपुर के सरकारी कॉलेज में एनएसयूआई से छात्र राजनिती में जुड़ गए। राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) व राजेश पायलट(Rajesh Pilot)जैसे नेताओं से प्रेरित विक्रम सिंह गुर्जर कांग्रेस पार्टी में अपनी सैवाएं देते आ रहे है। कभी राजीव गांधी से मिलने का सपना लेकर आए।

विक्रम सिंह गुर्जर आज कांग्रेस के सभी छोटे बड़े नेताओं में अपनी खास पहचान बनाए हुए है। कांग्रेस की रैलियां व कार्यक्रमों में गुर्जर का पूरा  सहयोग रहता है। हजारों कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटाते है।

 

 कई आन्दोलन में अहम भूमिका निभाई

 

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट(Sachin Pilot)की हजारों रैलियों में में भाग ले चुके है। इसके साथ ही गुर्जर की कई महत्तवपूर्ण आन्दोलन में अहम भूमिका रही है।

सचिन पायलट(Sachin Pilot)के अध्यक्ष बनने के बाद टोंक जिले में विक्रम सिंह गुर्जर ने सबसे ज्यादा सक्रियता दिखाई है। जयपुर, दिल्ली, बांरा व टोंक में होने वाले सभी कांग्रेसी कार्यक्रमों में भारी संख्या में कार्यकर्ताओं को लेकर पहुचंते है।

विक्रम सिंह हॉल ही में मेरा बुथ मेरा गौरव (Mera Booth Mera Gourav) कार्यक्रम में भी 2 हजार लोगों को लेकर पहुचें थे। सन 2001 से उनियारा-देवली (Uniara-Deoli)में राजनिती में सक्रिय है। यंहा की प्रत्येक राजनैतिक गतिविधियों में पूरी तरह से सक्रिय है।

राजस्थान सरकार की देवनारायण स्कूटी छात्रवृति योजना (Devnarayan Scooty Scholarship Scheme)को लागू करवाने में विक्रम सिंह का ही महत्तवपूर्ण योगदान रहा है। इस योजना का ड्राफ्ट भी विक्रम सिंह द्वारा ही बनाया गया।

 

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