
Bhilwara news । लाॅकडाउन समय का सकारात्मक रूप से प्रयोग करने और क्रियात्मकता के साथ अपनी रुचि को चित्रण करने के लिए उमंग सप्ताह का आयोजन किया गया, जिसमें राजस्थान मध्य प्रांत के अजमेर, भीलवाड़ा और राजसमंद जिले से 39 शाखाओं के 2800 से ज्यादा सदस्यों ने भाग लिया, जिसमें केवल भीलवाड़ा शहर से 800 से ज्यादा सदस्य परिवार सम्मिलित हुए। प्रतियोगिता (competition)में ना सिर्फ अच्छी सहभागिता रही बल्कि उत्साह, उमंग और प्रेरणात्मक प्रविष्टियों ने अविश्वसनीय रूप से उमंग सप्ताह को सफल बनाया।
भारत विकास परिषद आज़ाद शाखा के संस्थापक अध्यक्ष कैलाश सोनी ने बताया कि सभी प्रतियोगिता के परिणाम घोषित करते हुए भाविप के प्रांतीय अध्यक्ष कैलाश अजमेरा ने विचित्र वेशभूषा में नन्हे नन्हे बच्चों द्वारा महापुरुषों, कोरोना वायरस व हनुमान जयंती के अवसर पर बाल हनुमान का स्वरूप मन को मोह देने वाला था, इस प्रतियोगिता के कक्षा तीन तक के वर्ग में मांडल शाखा, कक्षा 4 से 7 तक के वर्ग में आजाद भीलवाड़ा और कक्षा 8 से 12 तक के वर्ग में ब्यावर प्रथम रही, वहीं रंगोली प्रतियोगिता में मातृशक्ति ने मात्र 5 तरह के अनाजों का प्रयोग करते हुए अपनी प्रतिभा का चित्रण किया, जिसमें जालिया द्वितीय शाखा प्रथम रही। पोस्टर प्रतियोगिता में बच्चों ने अपने मन के विचार को कागज पर रेखांकित किया, इस प्रतियोगिता के कनिष्ठ वर्ग में राजसमंद और वरिष्ठ वर्ग में सुभाष भीलवाड़ा शाखा प्रथम रहीं।
भारत विकास परिषद के प्रांतीय महासचिव संदीप बाल्दी ने बताया कि स्लोगन प्रतियोगिता के माध्यम से परिषद सदस्यों ने ने सेवा, संस्कार और कोरोना के विषय पर बहुत सुंदर पंक्तियां शब्दकोश के लिए प्रेषित की जिसमें अजमेर मुख्य शाखा प्रथम रही।
गणगौर प्रतियोगिता के माध्यम से मातृशक्ति ने संस्कार निर्माण को परिभाषित करते हुए सीमित संसाधनों में भी अपनी प्रतिभा का चित्रण किया, इस प्रतियोगिता में सुभाष भीलवाड़ा शाखा प्रथम रही और संवाद प्रतियोगिता के माध्यम से दायित्वधारियों व प्रांतीय संयोजकों ने समन्वय, संपर्क और अनुशासन को संगठन की दृष्टि से सुंदर शब्दों में परिभाषित किया, जिसमें ब्यावर शाखा प्रथम रहीं। उमंग सप्ताह में आयोजित प्रतियोगिता को विभिन्न क्षेत्रों में स्थानीय स्तर पर प्रशासन ने भी सराहा और परिषद सदस्यों ने इस अवसर पर बनाये गए पोस्टर को जिला धिकारी, उपखंड अधिकारी एवं थाना अधिकारियों को भेंट कर उनका अभिनंदन किया। इस प्रतियोगिता के माध्यम से परिषद सदस्य के मध्य सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ और जीवंत संपर्क बना।