उदयपुर में कोरोना ब्लास्ट के बाद कलेक्टर सख्त , स्कूलों में वार्षिकोत्सव रद्द, एयरपोर्ट व होटलों से सख्ती

liyaquat Ali
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उदयपुर। उदयपुर में शुक्रवार को हुए कोरोना ब्लास्ट के बाद शनिवार को जिला कलेक्टर चेतन देवड़ा ने जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक में हाल ही शहर के कुछ हिस्सों में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या पर चिंता जताते हुए कहा कि यह हम सभी के लिए एक अलार्म है। यदि कोेरोना गाइडलाइन की सख्ती से पालना नहीं की गई तो कोरोना वायरस पलटवार कर सकता है।

इसके साथ ही जिला कलेक्टर ने एयरपोर्ट, पर्यटन और परिवहन विभाग के अधिकारियों को कोविड गाइडलाइन और प्रोटोकॉल का सख्ती से पालना करवाने के निर्देश दिए।

होटल में कमरे के लिए आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट जरूरी
महाराष्ट्र और केरल से उदयपुर आने वाले पर्यटकों और यात्रियों की स्क्रीनिंग और सैंपलिंग की समीक्षा करते हुए कलक्टर देवड़ा ने होटल तथा टूर एंड ट्रेवल्स व्यवसायियों के लिए गाइडलाइन जारी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि होटल में महाराष्ट्र और केरल से आने वाले व्यक्ति को प्रवेश देने से पहले उसके आरटीपीसीआर टैस्ट की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य होगी।

बिना आरटीपीसीआर रिपोर्ट के किसी भी मेहमान को होटल में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसके लिए पर्यटन विभाग की एक टीम बनाई गई है, जो नियमित रूप से होटल में ठहरने वाले मेहमानों की सूचना की ऑडिट करेगी। यदि विशेष परिस्थितियों में महाराष्ट्र और केरल से कोई व्यक्ति बिना आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट के होटल में ठहरता है तो होटल संचालक को गेस्ट का आरटीपीसीआर टेस्ट करवाना होगा और जब तक निगेटिव रिपोर्ट प्राप्त नहीं हो जाती तब तक वह व्यक्ति होटल के कमरे में ही रहेगा।

यदि होटल में ठहरने के बाद किसी व्यक्ति की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आती है तो होटल संचालक को तुरंत इसकी जानकारी जिला प्रशासन को देनी होगी। ऑनलाइन बुकिंग के दौरान भी महाराष्ट्र और केरल से आने वाले व्यक्ति को आरटीपीसीआर रिपोर्ट देनी होगी, तभी होटल में कमरा बुक होगा। बैठक के दौरान कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के अन्य उपायों को सख्ती से लागू करने पर चर्चा की गई।

 

कंटेनमेंट जोन में किसी को न हो परेशानी

कलेक्टर देवड़ा ने जिला रसद अधिकारी को शहर में कंटेनमेंट जोन घोषित क्षेत्र में रहने वाले लोगों की रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने और आवश्यक वस्तुओं की सुचारू रूप से आपूर्ति सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए।

स्कूलों में वार्षिकोत्सव रद्द

कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका को देखेते हुए जिला कलक्टर के निर्देश पर राजकीय विद्यालयों में वार्षिकोत्सव पर आगामी आदेश तक रोक के आदेश जारी किए गए हैं। स्कूलों में कोई भी भीड़भाड़ वाला कार्यक्रम आयोजित नहीं होगा।

स्कूलों में सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने का पूरा ध्यान रखा जाएगा। जिला प्रशासन की अनुमति के बिना जिले के समस्त स्कूलों में कोई भी ऐसा कार्यक्रम आयोजित नहीं होगा, जिससे कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका हो।

एयरपोर्ट पर बढ़ेगी सख्ती

कलेक्टर देवड़ा ने डबोक स्थित महाराणा प्रताप एयरपोर्ट प्रशासन को निर्देश दिए कि एयरलाइंस कंपनियां महाराष्ट्र और केरल से आने वाले यात्रियों की आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट लेने के बाद ही यात्रियों को विमान में प्रवेश की अनुमति दें।

कलेक्टर ने डबोक एयरपोर्ट पर यात्रियों की स्क्रीनिंग और सैंपलिंग व्यवस्था चाक-चैबंद रखने को कहा। जिला परिवहन अधिकारी को टूर एंड ट्रेवल्स ऑपरेटर के साथ सामंजस्य स्थापित कर यात्रियों की स्क्रीनिंग और सैम्पलिंग व्यवस्था पुख्ता करने के निर्देश दिए। विशेष तौर पर महाराष्ट्र और केरल से आने वाले यात्रियों की आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट होने पर ही उदयपुर जिले में प्रवेश की अनुमति देने के निर्देश दिए।

 

कलेक्टर ने कहा कि टैक्सी चालक और प्राइवेट बस ऑपरेटर भी कोविड प्रोटोकॉल की पालना में लापरवाही न बरतें।
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने पर कटेगा चालान
बैठक के दौरान सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी ने सड़क किनारे चाट-पकौड़ी और चाय की दुकानों पर सुबह-शाम उमड़ने वाली भीड़ की वजह से कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका जताई। इस पर एसपी डॉ. राजीव पचार ने मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने पर चालान काटने का अभियान तेज करने और लोगों को जागरूक करने की बात कही। जिले के कस्बों और ग्रामीण क्षेत्रों में भी सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं करने और बिना मास्क घूमने पर चालान काटने के निर्देश दिए।

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