Udaipur News। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने शुक्रवार को उदयपुर में कहा कि आने वाले निकाय चुनावों के परिणाम प्रदेश में मध्यावधि चुनाव की दिशा भी तय कर सकते हैं। वे उदयपुर में दिवंगत नेता किरण माहेश्वरी तथा वल्लभनगर विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत के निधन पर उनके परिवारों को ढांढस बंधाने आए थे।
इस दौरान उदयपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में जो सरकार चल रही है वह जुगाड़ की सरकार है, किसी भी समय मध्यावधि चुनाव की स्थिति बन सकती है। उन्होंने कहा कि बीते माह जिला परिषद के चुनावों में ज्यादातर परिणाम भाजपा के पक्ष में रहे, ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि जनता में कितना रोष है। यह तो कोरोना आ गया वरना यह सरकार जन आंदोलनों से ही चली जाती। भाजपा में अंतर कलह पर उठे एक सवाल पर पूनिया ने कहा कि कांग्रेस की अंतर कलहसामने नजर आ रही है। कांग्रेस को अपने पीसीसी चीफ और डिप्टी चीफ मिनिस्टर को पद से हटाना पड़ा।
भाजपा की अंतर कलह सिर्फ सोशल मीडिया पर है, भाजपा में ऐसी कोई स्थिति नहीं है। जहां तक प्रदेश में भाजपा के नेतृत्व का सवाल है तो भाजपा में एक संसदीय बोर्ड है और प्रक्रिया के तहत तय होता है कि नेतृत्वकर्ता कौन होगा। पूनिया ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर जनता को ठगने का आरोप लगाया और कहा कि घोषणापत्र में जितनी बातें कांग्रेस ने कही थी उनमें से वह किसी पर भी खरी नहीं उतरी है। उन्होंने कहा कि हाल ही पंचायतें पूरे दिन के लिए बंद रहीं, उसमें कांग्रेस विचारधारा के भी सरपंच रहे ही होंगे, ऐसे में यह साबित हो रहा है कि कांग्रेस सरकार के फैसले जनता को रास नहीं आ रहे हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 23 जनवरी को सुभाष चंद्र बोस जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने के निर्णय को मील का पत्थर बताया और कहा कि पराक्रम दिवस नई पीढ़ी में सुभाष चंद्र बोस के जीवन मूल्यों को जीवंत करेगा।