उदयपुर/ झीलो की नगरी मे रहने वाली 4 लकडियों की मां विधवा महिला ने सरकारी स्कूल गांव से अन्यत्र नही जाए और गांव मे ही रहे इसके लिए।11 , हजार वर्गफीट भूमि दान कर थी जबकी इनकी आजिविका का साधन केवल खेती है ।
राजस्थान के उदयपुर जिले की रहने वाली स दशरथ कंवर (65) ने अपनी 11630 वर्गफीट जमीन इसलिए एजुकेशन डिपार्टमेंट को दान में दे दी, ताकि सरकारी स्कूल गांव से दूर ना शिफ्ट हो।
ऐसा नहीं है कि उनके पास करोड़ों, अरबों की सम्पत्ति हो, बल्कि उनका पूरा परिवार सिर्फ खेती पर आश्रित है। घर में चार बेटियां हैं जिनमें से लविन्द्र कंवर, तृष्णा कंवर की शादी हो चुकी है, जबकि जनक कंवर और राजकुमारी मां के साथ रहती हैं।
दान की गई वर्गफीट जमीन पर फिलहाल 6 कमरे बने हुए हैं। उन्होंने ऐसा इसलिए किया, कि सरकारी स्कूल को स्थाई जगह नहीं मिल पा रही थी, ऐसे में शिक्षा विभाग इसे दूसरी जगह दूरी शिफ्ट करने की तैयारी में था। अगर स्कूल दूरी पर शिफ्ट हो जाता तो बच्चों के लिए परेशानी खड़ी हो सकती थी, लेकिन दशरथ कुंवर ने ऐसा नहीं होने दिया।
हालांकि इससे पूर्व भी यह स्कूल उन्हीं के भवन में चल रहा था, लेकिन अब इस जमीन का मालिक शिक्षा विभाग बन चुका है। इनके पति राव तख्तसिंह चौहान की 25 साल पहले मृत्यु हो चुकी है।
बताया जाता है कि उन्हें उदयपुर महाराणा ने राव की उपाधि दी थी और किसी समय वे 80 गांव के मालिक हुआ करते थे, लेकिन आज परिवार के पास खेती के सिवाय आय का कोई स्रोत नहीं है।
दशरथ कंवर ने बताया कि मैंने मेरे गांव के उन नन्हें बच्चों का भला करने की कोशिश की है जिन्हें अगर अपने गांव में ही स्थाई भवन नहीं मिलता तो उन्हें दूरी पर जाना पड़ता। ऐसे में कई बच्चे तो पढ़ाई भी छोड़ सकते थे।
इसलिए जमीन स्कूल के नाम कर दी। क्योंकि जितना हमें चाहिए, उतना हमारे पास है। खेती करके हम परिवार चला रहे हैं। आगे और भी जो कुछ सहयोग मुझसे बनेगा। मैं करने के लिए तैयार हूं।” यह वही राजपूत कोम है जिसने राष्ट्रीय के लिए कतरा कतरा बहाया है