टोंक रत्न इमरान हसनी: बॉलीवुड से हॉलीवुड तक अदाकारी के जलवे बिखेरता नायक

Dr. CHETAN THATHERA
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Tonk /सुरेश बुन्देल । हिन्दी सिनेमा में चरित्र अभिनेता के संघर्ष की राह आसान नहीं होती। इसके बावजूद तमाम मिथकों को दरकिनार करते हुए अभिनेता इमरान हसनी बॉलीवुड, हॉलीवुड और फ्रेंच फिल्मों के मक़बूल फनकार बन चुके हैं। पान सिंह तोमर (2012), स्लमडॉग मिलियनेयर (2008) और ए माइटी हार्ट (2007) फिल्मों में इमरान अपनी दमदार अदाकारी का लोहा मनवा चुके हैं।

फिल्म समीक्षक फ्रेंच फिल्मों में उनकी एक्टिंग का ज़िक्र कई मर्तबा कर चुके हैं। बहुमुखी प्रतिभा के धनी इमरान सोशल मीडिया के जरिए दर्शकों से रूबरू होते रहते हैं। इमरान स्वाभाविक अभिनय शैली के कलाकार हैं, जो हर तरह की भूमिका निभाने में सक्षम हैं। मजबूती से बॉलीवुड की चुनौतियों का सामना करते हुए हसनी अपनी अलग पहचान बनाने में लगातार सफल हो रहे हैं।

प्रारम्भिक जीवन और शिक्षा- दीक्षा

इमरान हसनी का जन्म सैयदों की गली- काफला बाजार स्थित सैयद इरफ़ान हसनी (पिता) के घर 1 दिसंबर 1972 को हुआ, जो हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड में भूविज्ञानी थे। इनकी माता का नाम शाहिदा हसनी है, जिनका ताल्लुक भोपाल से है। इमरान बचपन से ही प्रतिभाशाली रहे। इमरान के दादा- परदादा जागीरदार थे। पिता के तबादलों की वजह से इमरान को बार- बार स्कूल बदलना पड़ा।

इमरान ने सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल (भोपाल), हिल डेल स्कूल (खेतड़ी- अलवर), ऑल सेंट्स डायोकेसन स्कूल (जयपुर), कैम्ब्रिज स्कूल (भोपाल) और यशवंत सीनियर सैकण्डरी स्कूल (अलवर) में पढ़ाई की। पिता का निधन हो जाने के कारण मां शाहिदा ने अपना फर्ज़ बखूबी निभाया। उनका इंतकाल हो चुका है।

 

टोंक में अभी भी इमरान के चाचा वगैरह रहते हैं। इसके बाद इमरान ने लाल बहादुर शास्त्री कॉलेज (वारंगल- कर्नाटक) से ग्रेजुएशन और राजस्थान विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन किया। इसके अलावा इमरान ने एक प्रोग्रामिंग कोर्स और ओरेकल डीबीए डिप्लोमा भी पूर्ण किया। बचपन से ही इमरान की दिलचस्पी फुटबॉल, बैडमिंटन आदि कई खेलों में रही।

उन्होंने कई स्पोर्ट्स खिताब भी जीते। इमरान घुड़सवारी, तलवारबाज़ी और वुशू कुंग-फू विशेषज्ञ होने के अलावा मार्शल आर्टिस्ट भी हैं। एक्टिंग का कीड़ा इन्हें बचपन से ही लग चुका था, जो जुनून में तब्दील होकर कामयाब अभिनेता बना रहा है।

सॉफ्टवेयर इंजीनियर से अभिनेता बनने का दिलचस्प सफर

इमरान ने अपना कैरियर आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी) उद्योग से शुरू किया। उन्होंने देश- विदेश की कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों में ऊंचे ओहदों पर काम किया। इमरान ने कंप्यूटर विषय पर कुछ किताबें भी लिखी हैं। एक्टिंग का शौक होने के कारण इमरान ‘WE’ थिएटर ग्रुप से जुड़ गए।

इस दौरान इनके द्वारा लिखित और निर्देशित ‘काजी की शादी’ नामक नाटक बेहद प्रसिद्ध हुआ था। जब वे मॉरीशस और थाईलैंड स्थित आईटी सेक्टर में थे, वहां भी विभिन्न नाटकों के संचालन और निर्देशन से जुड़े रहे। निर्देशक तिग्मांशु धूलिया ने इमरान को अपनी फिल्म ‘गुलामी’ में पहला ब्रेक दिया।

हालांकि कुछ कारणों से इमरान को फिल्म बीच में ही छोड़नी पड़ी। इमरान ने फिल्म पान सिंह तोमर (2012) में पान सिंह तोमर (इरफान खान) के बड़े भाई मट्टादेन सिंह तोमर (दद्दा) की भूमिका निभाई। फिल्म डी-डे (2013) में उन्होंने खूंखार गैंगस्टर सलीम पठान का किरदार निभाया। इमरान ने वेब- सीरीज़ ‘मोघल्स’ में भी काम किया। फिल्म यार रब (2014) में वे एक इस्लामी आतंकवादी जावेद की नकारात्मक भूमिका निभा चुके हैं।

इसके अलावा इमरान ने दो फीचर फिल्मों वंस अपॉन ए टाइम इन मुंबई (2010) और द डर्टी पिक्चर (2011) में भी महत्वपूर्ण रोल निभाए। फिल्म ‘पीएम नरेंद्र मोदी’ (2019) में इमरान ने जफर की भूमिका निभाई। वे टीवी पर प्रसारित ‘कशिश’ और ‘रिश्तों की डोर’ सीरियल में भी अभिनय कर चुके हैं। इस वर्ष दिसंबर में उनकी फिल्म ‘सरोजिनी’ रिलीज होने जा रही है।
सुरेश बुन्देल- टोंक @कॉपीराइट

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चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम