कुछ दिन पहले भी बना चुके हैं वर्ल्ड रिकॉर्ड दुनिया का सबसे ततेज गति से सौ बार सूर्य नमस्कार करके 10 फरवरी को चिड़ावा झुंझुनू में विश्व रिकॉर्ड बनाया था
21 जून अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योगी रामरस रामस्नेही स्वामी रामदेव जी आचार्य बालकृष्ण जी और राजस्थान की माननीय मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पावन सानिध्य में शिक्षा की नगरी कोटा में दूसरा विश्व रिकॉर्ड बनाएंगे
निवाई (विनोद सांखला)। टोंक जिले के छोटे से गांव बड़ागांव में रहने वाले योगाचार्य रामरस कम उम्र में ही अपने नाम पहले एक विश्व रिकॉर्ड कर चुके हैं और दो नए विश्व रिकॉर्ड और अपने नाम करने वाले हैं प्रतिदिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर योगी रामरस रामस्नेही दुनिया में सबसे तेज गति से सूर्य नमस्कार करने का विश्व रिकॉर्ड 10 फरवरी झुंझुनू में बना चुके हैं अब योगी रामरस रामसनेही दो नई विश्व रिकॉर्ड योग गुरु स्वामी रामदेव जी आचार्य बालकृष्ण जी और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा जी के सानिध्य में कोटा में बनाएंगे इसको लेकर जिलेभर में काफी उत्सुकता है बड़ा गांव तहसील निवाई में 10 जून 1994 में पैदा हुआ उनके पिता मोहनलाल चौधरी किसान है तथा माता संतरा देवी ग्रहणी है उन्होंने आर्ट्स में बी. ए. किया तथा वर्तमान में योगा में पीजी डिप्लोमा के बाद वह जैन विश्व भारती विद्यालय लाडनूं से एम.ए. कर रहे हैं योगाचार्य रामरस ने गत 21 जून को विश्व योग दिवस पर दूरदर्शन पर भी योगा का प्रदर्शन किया था उसने बताया कि वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाने के लिए वह रोज सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर 4:00 बजे उठकर अभ्यास कर रहे हैं
क्या बनेगा रिकॉर्ड :-. प्राचीन काल से ही देश में दुनिया में योग की शिक्षा भारत देता रहा है पिछले 3 साल से 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है प्रथम विश्व योग दिवस पर दुनिया भर के 193 देशों ने योग किया इसी क्षेत्र में टोंक का युवा योगी रामरस रिकॉर्ड बनाने जा रहा है राम रस ने बताया कि :- 2 योग की क्रियाएं होती है उनमें विश्व रिकॉर्ड बनाएंगे यानी पहली क्रिया नौली क्रिया दूसरी क्रिया वस्त्र धौति क्रिया नौली क्रिया नौली क्रिया में श्वास को भर कर पेट में फिर बाहर निकाला जाता है और पेट को चारों तरफ घुमाया जाता है और वस्त्र धोती वस्त्र धोती में 7 मीटर कपड़ा होता है 3 इंच चौड़ा होता है इसको स्वास् की क्रिया से पेट के अंदर उतारा जाता है और फिर सांसो की क्रिया से इसे बाहर निकाला जाता है
बढ़ाना चाहता है मान।
योगी रामरस रामसनेही का कहना है कि वह देश के लिए कुछ करने की ललक लेकर योगा के क्षेत्र में उतरा है इस क्षेत्र में विश्व मे अपनी माटी की खुशबू को पूरे विश्व में फैलाना चाहता है अपनी माटी का मान बढ़ा कर प्रदेश को संदेश देना चाहता है कि आइए मेरे देश की माटी बहुत पवित्र है इस माटी से आप अपने जीवन को स्वस्थ रख सकते हैं
मुख्यमंत्री ने भी विधानसभा में बुलाकर स्पेशल रूप से दी थी बधाई आपको बता दें कि योगी रामरस रामसनेही को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने 20 फरवरी 2018 को विधानसभा में विशेष रूप से बुलाकर बधाई दी और कहा पुरे प्रदेश और देश का पूरे विश्व में नाम रोशन किया है इससे युवाओं को और आने वाली पीढ़ी को एक प्रेरणा मिलेगी कि हम सभी स्वस्थ रहें
1 महीने से ले रहे हैं तरल पदार्थ , योगी रामरस रामस्नेही ने बताया कि वह 1 महीने से दाल पानी चावल मूंग की खिचड़ी फल और नारियल पानी का सेवन कर रहे हैं रोज अपने दिन की शुरुआत सुबह ब्रह्म मुहूर्त 4:00 बजे उठकर गर्म पानी के साथ करते हैं फिर अपना योगाभ्यास करते हैं जिससे जो नए विश्व रिकॉर्ड बनेंगे नौली क्रिया में और वस्त्र धोती में वह आसानी से कर सके
प्रधानमंत्री और बाबा रामदेव ने किया प्रभावित साधारण परिवार में जन्मे राम रस भी अन्य सरकारी सेवा में जाने का मानस बनाए हुए था लेकिन विश्व योग दिवस से काफी प्रभावित हुआ उसके बाद योग के क्षेत्र में ही देश सेवा करने की ठानी उसकी करीब ढाई साल की मेहनत और लगन अब रंग लाने लगी है वह अपनी इस सफलता का श्रेय माता-पिता गुरुजनों को देता है और निरंतर अभ्यास को सफलता की कुंजी मानकर चल रहा है रामरस ने बताया कि उसके दादा जी ग्रस्त संत थे और वे योग की पुस्तकें पढ़ते थे उन से प्रेरित होकर उसने भी योग के क्षेत्र में जाने की ललक पैदा हुई ।