Tonk : मनरेगा में पुलिया निर्माण से ग्रामीणों को मिली वर्षों पुरानी आवागमन की समस्या से निजात

Sindholi Puliya nirman

टोंक। महात्मा गांधी नरेगा योजना में पुलिया निर्माण कार्य से जिले के गांवो के आपस में सीधे जुड़ने से न केवल ग्रामीणों को आवागमन की वर्षों पुरानी समस्या से निजात के मिली है, साथ ही मार्ग सुगम होने से समय की भी बचत हुई है। मनरेगा के तहत गलवा नदी पर स्थित पुलिया के उत्तर में लक्ष्मीपुरा धाकड़ान व दक्षिण में देवरी भाखरवाड़ी है। हर वर्ष वर्षाकाल में माह जुलाई से नवम्बर तक बिना पुलिया के देवरी भाखरवाड़ी गांवो का सम्पर्क टूट जाता था।

Lakshmipura se Bhakhavari Puliya nirman

जिसकी वजह से आमजन को करीब 6-7 किमी. घुमकर ग्राम पंचायत पलाई या उनियारा जाना पड़ रहा था। मनरेगा (एमएलएएलएडी-जीपी) योजना के तहत पुलिया निर्माण कार्य ग्राम देवरी के लिए 20 लाख रूपए की स्वीकृति प्रदान की गई। जिसके पश्चात पुलिया निर्माण कार्य कराया गया। अब आमजन के लिए 6-7 किमी की जगह केवल 1 किमी का ही सफर तय करना पड़ता है। जिससे आमजन को वर्षाकाल व रात्रि के समय में भी किसी प्रकार की समस्या आने पर भी वह तुरन्त सुविधाजनक स्थान प

र पंहुच जाता है। यह पुलिया ग्राम देवरी भाखरवाड़ी लोगों के आवागमन के लिए बहुत ही उपयोगी साबित हो रही है।
इसी तरह ग्राम पचंायत झुण्डवा के ग्राम सिंदोली के उत्तर में 2 किमी. मुख्य सड़क उनियारा-इन्द्रगढ़ व पष्चिम में ग्राम पंचायत झुण्डवा 3 किमी की दूरी पर स्थित है। ग्राम सिंदोली वन विभाग की सीमा से जुड़ा हुआ एवं मुख्य सड़क उनियारा इन्द्रगढ़ के बीच नाला (खाल) है।

इस खाल के पूर्व में सिचाई विभाग का अर्थन डेम बना हुआ है। इस वजह से वर्षाकाल से दिसम्बर माह तक खाल में पानी के भराव की वजह से मुख्य मार्ग से सम्पर्क कट जाता है। विगत कई वर्षो से यहां के लोगों को इस समस्या का सामना करना पड़ रहा था। मनरेगा (एमएलएएलएडी-जीपी) योजना के तहत पुलिया निर्माण कार्य ग्राम सिंदोली के कार्य के लिए 32 लाख रूपए की स्वीकृति जारी की गई थी। जिससे पुलिया निर्माण महात्मा गांधी नरेगा डबटेल में पूर्ण करवाकर वर्षो से आवागमन की समस्या से जूझ रहे लोगों को निजात मिली।