टोंक : पापों को आकृषित करके खींच कर समाप्त करने वाले काशीनाथ: दिव्य मुरारी बापू

Tonk: The one who removes sins by attracting them, Kashinath: Divya Murari Bapu

टोंक। श्रीमंशापूर्ण भूतेश्वर महादेव मन्दिर सवाईमाधोपुर टोंक में चल रही शिव महापुराण कथा में राष्ट्रीय संत दिव्य मुरारी बापू ने कहा कि द्वादश ज्योर्तिलिंगों में प्रकट होने वाले भगवान हम आप सबके का अभिष्ट करते हे। जहां ज्ञान का प्रकाश होता है, उसका नाम काशी है। यहां रहने वाले के चित्त में ज्ञान का सहारा समस्त प्रकार है, उसके काशी कहते है, जो पापों को आकृषित करके खींच कर समाप्त कर दे उसका नाम काशी है। भगवान शंकर ने कांशी कैसे बसाई सृष्टि कैसे हुई और भगवान विश्वनाथ वहां कैसे विराजमान हुए, इसकी बड़ी सुंदर कथा शिवपुराण में है। शिवपुराण का ह्रदय काशी है।

काशी भगवान शंकर का सर्वस्व है। आप काशी का केवल स्मरण भी करते रहे, तब भी भगवान आपसे प्रसन्न हो जाएंगे। एक बार काशीपुरी का दर्शन अवश्य करने चाहिए। उसके बाद नित्य प्रातकाल काशीपुरी का स्मरण कर लो, मानसिक रुप से गंगा स्नान कर लो और मानसिक रुप से भगवान विश्वनाथ का दर्शन कर लो। तब भी आपको काफी बात का काशीपुरी की स्थापना कैसे हुई, मूल ज्योति निराकार है। निरविका है। अधिपत्य है, अभेदय है, निर्गुण निष्क्रय तत्व है। शिवपुराण में यह बात अनेक बार आई हैै। इस मूल ज्योति से भगवान शंकर महेश्वर के रुप में प्रकट होते है, महेश्वर ने अपने द्वारा निर्मण नारायण और प्रकृति को प्रकट किए।

नारायण के प्रकट होकर चारों और देवता लेकिन कोई कुछ नजर नही आया। निराकार शून्य आकार केवल चेतन ही चेतन है। आनंद भ्रम है। भौतिकवादी जिसे चन्द्राकार करते है, वास्तव में यह निराकार है। यह शब्द भगवान शंकर की स्मृति में भी आता है। दिखने वाला आकाश अज्ञानियों को जड़ भाषित होता है, लेकिन जो परम ज्ञानी है, उन्हे चेतन रुप में दिखाई देता है। चेतन के परमात्मा भगवान शंकर है। इस अवसर पर घनश्याम दास महाराज, मन्दिर अध्यक्ष बबलू बना भगवतसिंह राणावत, मन्दिर उपाध्यक्ष गोपाल जडिय़ा, महेन्द्र बंसल, नाथूलाल गुर्जर, पारस जैन, शिवशक्ति, बाबूलाल जांगिड़, कैलाश मामा विजयवर्गीय, शंकर लाल विजयवर्गीय, प्रचार मंत्री मनोज मिश्रा आदि मौजूद थे।

कावड़ यात्रा निकाल भोलेनाथ का अभिषेक किया

टोंक.। श्रीराधा कृष्ण मंदिर युवा समिति मोदी की चौकी के तत्वाधान में पवित्र मास सावन के तीसरे सोमवार को मां वैष्णो देवी मंदिर से 101 कावडिय़ों की कावड़ यात्रा आरंभ हुई और बाजार में कावड़ यात्रा निकाल कर श्रीराधा कृष्ण मंदिर स्थित भगवाल भोलेनाथ के मन्दिर में जलाभिषेक किया। राष्ट्रीय फुले ब्रिग्रेड के जिलाध्यक्ष अजय सैनी सांखला ने बताया कि इस मौके पर कावड़ यात्रा में भारी संख्या में महिला-पुरूष सहित राधा कृष्ण मंदिर समिति अध्यक्ष भंवर लाल पटेल, पीरू सैनी, सदस्य अशोक सैनी, सोनू सैनी, लालाराम सैनी, विक्रम सैनी, प्रदीप सैनी, हनुमान अजमेरा, निर्मल आगरा, पार्षद राहुल सैनी एवं कोमल सैनी मौजूद रहे।