
टोंक। सेना में भर्ती लिखित परीक्षा का आयोजन करवाने की मांग को लेकर युवाओं ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। एबीवीपी जिला संयोजक धारासिंह फागणा, विनोद गुर्जर, पांचू जाट, प्रकाश, मनराज गुर्जर, सत्यनारायण गुर्जर, दुर्गाशंकर प्रजापत, दयाराम गुर्जर, रामसिंह दरोगा, उमराव भाखर, खुशीराम गुर्जर, अरविन्द कुमावत, धारासिंह मीणा आदि ने बताया कि तीन सेना एआरओ जोधपुर, जयपुर व कोटा में अन्तर्गत फरवरी, मार्च व जुलाई में उदयपुर, जयपुर व अजमेर में आयोजित की गई, जिसकी प्रथम लिखित परीक्षा तिथि 25 अप्रेल को दी गई, जो कोरोना महामारी के कारण नहीं हो सकी।
पुन: प्रत्येक माह परीक्षा तिथियों को निर्धारित किया गया, जो 30 मई, 27 जून, 25 जुलाई, 29 अगस्त, 27 सितम्बर तथा 31 अक्टूबर जिसको भी स्थगित कर दिया गया। हर बार परीक्षा को स्थगित करने का कारण कोरोना महामारी बताया जा रहा है, जिसमें सेना भर्ती की तैयारी करने वाले युवकों को हताश कर रखा है, सिर्फ कोरोना का हवाला देकर परीक्षा को स्थगित किया जा रहा है, जबकि कोरोना के दौरान फिजिकल व मेडीकल भर्ती ग्राउण्ड को करवाया गया, जिसमें 50-60 हजार अभ्यार्थियों ने भाग लिया तथा राजस्थान में रीट व एयआई की परीक्षाओं का आयेाजन किया गया, जिनमें लाखों की संख्या में अभ्यार्थी उपस्थित हुए। हम तो सेना भर्ती लिखित परीक्षा के सिर्फ 2 से 3 हजार अभ्यार्थी ही है और सेना भर्ती लिखित परीक्षा का आयोजन खुले ग्राउण्ड में करती है। युवाओं ने मांग की है कि परीक्षा की तिथि की घोषणा की जावे तथा घोषित तिथि को परीक्षा का आयोजन करवाने का आदेश पारित करवाया जावे।