टोंक सवाई माधोपुर रोडवेज विभाग शिकायतों से नहीं आ रहा बाज,चालक-परिचालकों की मनमानी से यात्रियों करना पड़ रहा है परेशानियों का सामना

 

उनियारा / अशोक सैनी । जिले के उनियारा उपखण्ड क्षेत्र के चौरू में टोंक-सवाई माधोपुर नेशनल हाईवे मार्ग पर चलने वाली राजस्थान रोडवेज़ परिवहन निगम की बसों के चालक एवं परिचालाकों की मनमानी को लेकर उनियारा उपखंड अधिकारी को जनसुनवाई में अवगत कराया की राजस्थान परिवहन की मनमानी, को लेकर जनसुनवाई में ग्रामीणों ने अवगत कराया की चालक परिचालक अपनी मर्जी से बाईपास से उतारकर चले जाते हैं और कहते हैं कि हम अंदर नहीं जाएंगे हमारा स्टॉपेज नहीं है ।

यह कहकर उतार देते हैं इससे पहले कई बार यहां तक कि कह देते हैं कि जिस प्रकार के अधिकारी को कह सकते हो कह दो हमारा कुछ करने वाला कोई नहीं है टोंक सवाई माधोपुर रोडवेज विभाग लापरवाही या अनदेखी व हठधर्मिता पूर्ण रवैया का नजारा यहां खुलेआम देखा जा सकता है।

चालकपरिचालक चौरू बस स्टेण्ड पर यात्रियों को नहीं उतार कर बस स्टेण्ड से दो किलोमीटर की दूरी पर बायपास ही उतार देते है।और चौरू बस स्टैंड की सवारी बैठाने के लिए मना कर देते हैं। वहीं जिससे महिला यात्रियों सहित अन्य यात्रियों को चौरू से चौथ माता के दर्शन के लिए यात्रियों को पहुंचने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। टोंक व सवाई माधौपुर डिपो के अधिकारियों की कथित अनदेखी एवं उदासीनता के चलते हुए इस मार्ग पर रोडवेज़ बसों के चालक अपनी मनमर्जी से बसों का ठहराव कर रहे हैं।

ऐसे में दोनों डिपों की अधिकांश बसे चौरू बाइपास से निकलने के कारण चौरू बस स्टेण्ड पर आवागमन करने वाले यात्री घण्टों तक बसों के आने का इंतजार करते रहते हैं। काफी इंतजार करने के बाद भी बसों के नहीं आने के कारण यात्रियों को मजबूरन अधिक किराया देकर प्राइवेट बसों से यात्रा करनी पड़ रही है।

जिससे राज्य सरकार को रोजाना राजस्व हानी उठानी पड़ रही है। यात्री कई मर्तबा रात्री के समय भी शिकायत कर दें। हमें उच्चाधिकारियों ने यहीं पर उतारने के निर्देश दे रखे हैं, जबकि सवाई माधोपुर बस स्टैंड से चौरु बस स्टैंड के लिए बस में बैठने वाले यात्रियों को चौरु स्टैंड का टिकट दिया जाता है और उनको उतार 2 किलोमीटर पहले ही दिया जाता है। इससे क्षेत्र के लोगों में रोडवेज चालकों परिचालकों के प्रति दिनोंदिन रोष बढ़ता जा रहा है।

चौरू से चौथ का बरवाड़ा सहित आसपास क्षेत्र लसाडिया, सहिदाबाद, मोलवीनगर, कासिमपुरा आदि के ग्रामीणों ने जेसे पप्पू खंगार, राधेश्याम माली, रामनिवास माली, मुरारी लाल मीणा, अजय शर्मा, चिरंजी लाल सैनी, ताराचंद जांगिड़, राकेश यादव, सुरेन्द्र नागर, दिनेश धाकड़, चंद्र प्रकाश प्रजापत, सीताराम धाकड़,अर्जुन यादव, बीपी मीणा, मोहनलाल नागर, बृजमोहन यादव, मुकेश कुमार नागर, शोजी लाल डीलर,आदी ने बताया कि टोंक की ओर से उनियारा अलीगढ़ होते हुए आने वाली रोडवेज बसों का भी यही हाल है वह भी चौरु बाईपास पर ही यात्रियों को उतरने के लिए मजबूर कर देते हैं।

इससे बायपास पर रोजाना यात्रियों और चालकों-परिचालकों के बीच आए दिन झगड़े फसाद गालीगलौच होती रहती हैं। वहीं ग्रामीणों की शिकायत के बावजूद भी इस ओर ध्यान नहीं देकर मूकदर्शक बने हुए हैं। रोडवेज़ बसों के चालक, परिचालकों के इशारे पर यात्रियों में विशेषकर महिला यात्रियों को कस्बे से दो-तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित बाईपास के पास स्थित कंजर बस्ती व दूसरे छोर सहिदाबाद के समीप बायपास के यहां पर जबरन उतार देते हैं।

जिससे महिलाओं के साथ किसी भी तरह की अनहोनी घटना को अंजाम दिया जा सकता है, फिर भी यह परिचालक इससे नहीं देख कर महिलाओं को जबरन बसों से उतार देते हैं और बोल देते हैं कि आपको जिस से भी शिकायत करनी हो कर दो।