टोंक (फ़िरोज़ उस्मानी)। टोंक पुलिस का आमजन के साथ तमीज़ से पेश आने के रवैया में कोई सुधार होता दिखाई दे रहा है। पुलिस का यही रवैया आमजन पर भारी पड़ रहा है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। चालान काटने के नाम पर आज पुरानी टोंक थाना पुलिस का बर्बरतापूर्ण रवैया देखने को मिला है।
बागरिया जाति के एक परिवार ने टोंक के पुरानी टोंक थाना पुलिस पर परिवार के माँ बेटी व बेटे के साथ मारपीट करने के गंभीर आरोप लगाए है। पुलिस ने युवक को इतना पीटा की वो अचेत हो गया। पुलिस की मारपीट में घायल तीनों को सआदत अस्प्ताल में भर्ती कराया। इस दौरान पुलिस के आलाधिकारियों भी मामले को रफा दफा करने में लगे दिखाई दिए।
चालान को लेकर हुआ विवाद
जानकारी के अनुसार ये पूरा मामला कृषि मंडी रोड का है, जहां पुरानी टोंक थाना पुलिस का जाब्ता कोविड गाईडलाइन के तहत लोगों के चालान काट रही थी। पीड़ित परिवार के गोपाल बागरिया निवासी श्योपुरी पक्का बंधा ने बताया कि वो अपनी पिकअप में परिवार के साथ आ रहा था।
कृषि मंडी रोड पर पुलिस ने रोक कर चालान बनाने की बात कही इस पर गोपाल ने 100 रुपये निकाल कर दिए। लेकिन पुरानी टोंक थाना पुलिस ने 1 हज़ार रुपये देने को कहा। गोपाल का आरोप है कि जब उसने एक हज़ार रुपये देने से मना किया तो उसके बेटे सुरेंद्र के बाल पकड़ कर पिकअप से उतार लिया। उसके साथ मारपीट करने लगे।
महिलायों के साथ भी मारपीट
सुरेंद्र की माँ भूरी व बेटी माया जब बीच बचाव में गई तो उनके साथ भी मारपीट करने लगे। गंदी गंदी गालियां देने लगे। पुलिस ने लातों घूसों से इतना मारा कि उसका बेटा सुरेंद्र अचेत हो कर ज़मीन पर गिर गया। मां बेटी को भी चोटें आई।
इस दौरान मौके पर काफी भीड़ जमा हो गई। पुलिस की मारपीट में घायल मां बेटी व बेटे को सआदत अस्प्ताल में भर्ती कराया गया। इस दौरान मौके पर मौजूद चश्मदीदों ने बताया कि पुलिस ने पीड़ित परिवार के साथ अमानवीय व्यवहार किया है।
यही नही युवक के अचेत होने पर भी पुलिस उसको युवक द्वारा झूठा नाटक करने की कहते रहे, उसे गिरेबान पकड़ कर जबरन उठाते रहे। सूचना लगने पर टोंक डिप्टी सलेह मोहम्मद अस्प्ताल पहुचे। वो भी मामूली घटना बताकर मामले पर पल्ला झाड़ते दिखाई दिए।
सीओ क्या बोले
पूरे मामले पर टोंक सीओ सलेह मोहम्मद का कहना है कि चालान काटने को लेकर विवाद हुआ। जिसमें एक पक्ष की और से पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस कर्मियों ने उनके साथ मारपीट की।
हालांकि महिलायों चेहरे पर केवल रगड़ के निशान है, आरोपों की जांच की जाएगी जो भी पुलिसकर्मी दोषी होगा सख्त कार्रवाई की जाएगी।