Tonk। राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय,बीकानेर की ओर से संचालित पशु विज्ञान केंद्र,टोंक द्वारा मंगलवार को “पशुओं में मेट्राइटिस रोग के प्रबंधन” विषय पर ऑनलाइन पशुपालक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर में डॉ. सुरेंद्र सिंह निर्वाण (सहायक आचार्य, संस्कार कॉलेज ऑफ वेटरनरी साइंस, झज्जर, हरियाणा) तथा केंद्र के डॉ. दीपक गिल, डॉ. राजेश सैनी व डॉ. नरेंद्र चौधरी ने पशुओं में मेट्राइटिस रोग के कारण, बचाव के उपाय तथा उपचार के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
मेट्राइटिस रोग के कारण जैसे साफ सफाई नहीं होने से गर्भाशय में संक्रमण, पशुओं में जेर का नहीं गिरना, पशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होना, प्रोलेप्स तथा इसके बचाव व घरेलू उपचार आदि की जानकारी दी गई।
पशुओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए अश्वगंधा तथा सतावरी के उपयोग करने की सलाह दी गई। शिविर में कोरोना महामारी से बचने के लिए मास्क पहनने, सैनिटाइजर के इस्तेमाल तथा टीकाकरण के बारे में बताया गया। शिविर में किशनलाल देशमा, दयाराम तथा भरतलाल प्रगतिशील पशु पालकों समेत 35 पशु पालकों ने भागीदारी निभाई।