टोंक। जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने कहा कि अधिकारी सरकार की योजनाओं से अधिकाधिक लोगों को जोड़ने का प्रयास करें। केन्द्र सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं एवं राज्य सरकार की फ्लैगशिप स्कीम से लोगों को राहत दें। जिला कलेक्टर ने शनिवार को कलेक्ट्रेट के भारत निर्माण राजीव गांधी केंद्र में ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में यह निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर ने कहा कि उपखण्ड अधिकारी एवं बीसीएमएचओ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं पीएचसी को नियमित चैक करें। ऐसे संसाधन जो आरएमआरएस फण्ड से लिए जा सकते है उसमें देरी न करें। जिन संसाधनों के लिए अधिक बजट की आवश्यकता है, उनके प्रस्ताव जिला स्तर पर भेजें, ताकि उनका निस्तारण डीएमएफटी फण्ड से किया जा सके। जिला कलेक्टर ने सीएचसी देवली द्वारा मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में पैकेज बुकिंग राशि में प्रगति लाने की सराहना की।
बीसीएमएचओ देवली ने बताया कि विगत ढाई माह में सीएचसी ने चिरंजीवी बीमा योजना में बुकिंग राशि में 16 लाख 61 हजार रूपए अर्जित किए है। इससे अस्पताल के संसाधनों एवं मैन पॉवर को बढाने में मदद मिलेगी। साथ ही सीएचसी में आने वाले लोगों को स्टॉफ द्वारा चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में रजिस्ट्रेशन के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है।
जिला कलेक्टर ने सभी एसडीओ एवं बीसीएमएचओं को जिले में एनीमिया रोग से पीड़ित बालिकाओं, महिलाओं का सर्वे करने के निर्देश दिए। सभी ब्लॉक द्वारा 12-14 वर्ष के बच्चों के कोविड टीकाकरण में जिला कलेक्टर ने कहा कि इस कार्य को युद्ध स्तर पर लेते हुए ग्रीष्मावकाश में विद्यालय बंद होने से पूर्व पूरा करें। 60 प्लस लोगों के प्रिकॉषन डोज टीकाकरण को भी प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए। ब्लॉक देवली की प्रगति बेहतर बताते हुए टोंक व उनियारा ब्लॉक को विशेष प्रयास करने पर जोर दिया।
बैठक में सीएमएचओ डॉ.अशोक कुमार यादव ने रविवार को होने वाली विशेष ग्राम सभा में सभी मेडिकल ऑफिसर, एएनएम, आशा एवं आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को मौजूद रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सीएचसी पर लैब टेक्नीशियन को प्लेसमेंट एजेंसी के जरिए संविदा पर लगाने के लिए सभी बीसीएमएचओं अधिकृत है। इसमें त्वरित निर्णय लेकर कार्यवाही करें। आरजीएचएस एवं चिरंजीवी बीमा योजना की आईईसी गतिविधियां अधिकाधिक करें।
जिला कलेक्टर ने एसडीओं मालपुरा रामकुमार वर्मा द्वारा पालनहार, पेंशन योजना में जरूरतमंद लोगों को जोड़ने के लिए किए गए डोर टू डोर सर्वे की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि जिले के दूसरे ब्लॉक के अधिकारी भी इस तरह के सर्वे पैटर्न को अपनाएं। ग्राम पंचायत के कार्मिकों द्वारा किए गए सर्वे कार्य को क्रास चैक करें, ताकि वास्तविकता की जानकारी हो सके। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्मिकों पर कार्यवाही करें जो राजकीय ड्यूटी के प्रति लापरवाह है।
मालपुरा उपखण्ड अधिकारी ने अपने सर्वे अनुभव को साझा करते हुए बताया कि जहां पूर्व में पालनहार, पेंशन में 80 नाम जुड रहे थे। उनके सर्वे के पश्चात 400 वृद्धावस्था, 142 एकलनारी, परित्यकता, विधवा एवं 259 दिव्यांग लोगों के नाम चिन्हित किए गए। इसके साथ ही सर्वे के दौरान खाद्य सुरक्षा योजना में जोड़े जाने एवं हटाने जाने वाले लोगों को चिन्हित किया गया।
जिला कलेक्टर ने विद्यालय में अध्ययन प्रमाण पत्र के अभाव में पालनहार योजना के लाभ से वंचित बच्चों के भी प्रमाण पत्र शीघ्र बनवाने के निर्देश दिए। इस तरह के प्रकरणों का सीबीईओ आगामी 3 दिन में समाधान करें। जिला कलेक्टर ने इन्दिरा रसोई योजना में सभी अधिषाषी अधिकारी को नवीन रसोई स्थापित करने के लिए स्थान चिन्हित करने के निर्देश दिए। इन्दिरा गांधी शहरी क्रेडिट योजना में ब्लॉक मालपुरा को बेहतर प्रगति लाने पर जोर दिया।
जिला कलेक्टर ने सभी एसडीओ से कहा कि मंडे मीटिंग नियमित करें। सम्पर्क पोर्टल पर 30 दिन से ज्यादा समय तक कोई प्रकरण पेंडिंग न रहें। लोकायुक्त, एससी एसटी आयोग, सीएमओं, गर्वनर एंव बीआईपी प्रकरणों पर त्वरित कार्यवाही होनी चाहिए। जल जीवन मिशन में प्रगति लाने के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए।
वीसी में सीईओ देशल दान, एडीएम मुरारी लाल शर्मा, एसडीएम गिरधर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।