Tonk(फ़िरोज़ उस्मानी)। टोंक में बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते अब चिकित्सकों ने भी अपने हाथ खड़े कर दिए है। ऑक्सीजन की कमी के चलते टोंक के कोविड मरीज़ अब भगवान भरोसे ही है। टोंक की स्थिति ऑक्सीजन की कमी के चलते हालात खराब हो रहे है।
रोज़ाना कई मरीज़ों की मौत भी हो रही है। ऑक्सीजन की कमी के चलते मरीज़ों को सआदत अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा रहा है। यहां तक कि अब नए कोरोना मरीज़ों को भी अस्पताल में भर्ती नही किया जाएगा। जानकारी के अनुसार बुधवार को अचानक आए ऑक्सीजन के संकट के चलते टोंक सआदत अस्पताल के कोविड वार्ड में भर्ती करीब 2 दर्जन से अधिक मरीज़ों को डिस्चार्ज कर दिया।
डिसचार्ज के बाद कोरोना मरीजो के परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। कई परिजनों ने अस्पताल में हंगामा खड़ा कर दिया। हंगामे की सूचना पर मोके पर तीन पुलिस थानों के जाब्ता व एडिशनल एएपी, डिप्टी सहित कई ज़िला प्रशासन के अधिकारी पहुचे।परिजनों का आरोप है कि चिकित्सको द्वारा जबरन कोविड मरीज़ों को डिस्चार्ज कर दिया जा रहा है, जबकि कई मरीज़ों की स्थित गंभीर है,चिकित्सक उन्हें कहीं और भर्ती करवाने की बात परिजनों से कह रहे है।
चिकित्सक परिजनों को ऑक्सीजन की कमी बताकर अस्पताल से रवाना कर रहे है। वही दूसरी और सआदत अस्पताल पीएमओ नविंद्र पाठक का कहना है कि अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी आ रही है, जिन कोविड मरीज़ों की ऑक्सीजन लेबल सही आ रहा है उन्हें डिस्चार्ज किया जा रहा है।
समस्या को लेकर कलक्टर को भी अवगत कराया गया है। कलक्टर ने उच्चधिकारियो से बात कर 60 ऑक्सीजन सिलेंडर जयपुर से मंगवाए है। जो रात में आ जाएंगे। वो भी गुरुवार दोपहर तक समाप्त हो जाएंगे।
नए मरीज़ों को भी फिलहाल भर्ती नही किया जा रहा है। दरअसल टोंक जिले में लगातार कोरोना के 100 से ऊपर मामले रोज़ाना सामने आ रहे है। अस्पताल में 30 मरीज ऑक्सीजन पर है।
आज 178 नए कोरोना संक्रमित
बुधवार को भी 178 नए कोरोना मरीज़ सामने आए है। अब ज़िले में कुल एक्टिव केस 18 सो 43 हो गए है, वही अस्पताल में अभी 117 कोरोना मरीज़ भर्ती है।
इनमे से 30 मरीज़ ऑक्सीजन व 4 आई सीयू में है। होम इसोलेशन में 17 सो 26 है। वही आज कोरोना से 3 लोगों की मौत चिकित्सा विभाग की और से बताई गई है। अब तक ज़िले में कोरोना से 46 मौतें हो चुकी है।