टोंक में कोरोना काल में रविवार का अवकाश बना छोटे दुकानदारों के लिए कोढ़ में खाज

liyaquat Ali
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Tonk News । जिला मुख्यालय पर कोरोना काल के कारण पैदा हुई बेरोजगारी की समस्याएं में रविवार का अवकाश छोटे दुकानदारों के साथ ही ठेला थडिय़ां लगाने वाले व्यापारियों के लिए कोढ़ में खाज का काम कर रहा है। टोंक शहर के आमजन ने जिला प्रशासन से मांग की है कि भले ही दुकानों का समय नही बढ़ाएं, लेकिन रविवार का अवकाश समाप्त किया जाएं, ताकि इससे बाजार में रोजगार करने वाले छोटे व्यापारियों व मजदूरों पर आर्थिक परेशानी की समस्या पैदा नही हो।


जिला मुख्यालय पर कोरोना संक्रमण के चलते अभी सोमवार से शनिवार तक बाजार सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहता है और उसके बाद बाजार बंद हो जाता है और रविवार को हर सप्ताह कोरोना का अवकाश होने के चलते एक दिन पूर्व ही बाजार में इसका असर शुरु हो जाता है। बाजार में चाय, पान, थडिय़ों, हलवाई, कचोरी-चाट, प्लासी, मिठाई सहित रोजमर्रा के जीवन के कार्य करने वाले छोटे दुकानदारों व मजदूरों का कहना है कि बाजार में सोमवार से शनिवार तक खुलता है और रविवार को अवकाश रहता है, जिससे इसका असर सीधा उनके धंधे पर पड़ता है। पहले की बाजार में कोरोना संक्रमण के कामकाज मंदा पड़ा हुआ है और बाजार में ग्राहकी नही है।

रविवार को दो वक्त की रोटी कमाने वाले मजदूरो के सामने अवकाश आते ही परेशानी खड़ी हो जाती है। जिस तरह रोजाना बाजार खुलता है, उसकी तरह अगर प्रशासन रविवार को बाजार खोलने की अनुमति प्रदान करे, इसमें कोई परेशानी नही होगी, क्योंकि आमजन बाजार में पूरी कोरोना गाईड लाईन के अनुसार अपना रोजगार सोमवार से शनिवार तक करता है तो फिर रविवार को भी इसी तरह वह कोरोना गाईड लाईन की पालना करता हुआ ही अपना काम करेगा।

रविवार का अवकाश होने के कारण छोटी-छोटी चीजों के लिए भी आमजन को परेशान होना पड़ता है, बाहार से आने वाले परेशान लोगों को रविवार को बाजार में चाय तक नसीब नही होती है। मजदूर पेशा, थड़ी, थैले, छोटे दुकानदारों ने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि यदि प्रशासन रविवार अवकाश को बंद कर बाजार खुलने की अनुमति दे तो आमजन को अपना रोजगार करने में राहत मिलेगी और बाजार में आर्थिक मंदी का असर भी कम होगा। इसके लिए प्रशासन को विचार कर रविवार का अवकाश निरस्त करना चाहिए।

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