Tonk :  ग्राम पंचायत पहाडी के डोर-टू-डोर सर्वे को फोलो कर जीत सकते है, कोरोना से जंग – चिन्मयी गोपाल

Reporters Dainik Reporters
5 Min Read

Tonk । टोंक  जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने कहा कि जिले में आईएलआई (खांसी, जुकाम, बुखार) के मरीजों को डोर-टू-डोर सर्वे कर रही टीमों द्वारा प्रारंभिक अवस्था में ही चिन्हित कर लिया जाए तो जिले में कोरोना की जंग को जीता जा सकता है। उन्होंने कहा कि वह लगातार 10-12 दिन से फिल्ड में जाकर डोर-टू-डोर सर्वे टीमों द्वारा किए जा रहे सर्वे कार्य की मॉनिटरिंग व समीक्षा कर रहीं है।

जिला कलेक्टर ने निवाई पंचायत समिति की ग्राम पंचायत पहाडी में सर्वे टीमों द्वारा किए गए सर्वे कार्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि पहाडी ग्राम पंचायत में किए गए गुणवत्तापूर्ण, वास्तविक एवं डाटाबेस सर्वे को फोलो कर सामान्य लक्षणों वाले मरीजों को गम्भीर अवस्था में पहुंचने से रोका जा सकता है। सर्वे टीमों द्वारा आईएलआई के मरीज चिन्हित करने के बाद मेडिकल किट देने से मरीजों को समय पर उपचार मिल जाता है। जिला कलेक्टर ने जिले के लोगो से अपील की है कि वे अपने आईएलआई (खांसी, जुकाम, बुखार) के लक्षणों को छुपाएं नहीं, बल्कि सर्वे टीमों को इसके बारे में खुलकर बताएं। ताकि समय पर उपचार मिल सके।

 

त्रिस्तरीय व्यवस्था को अपनाकर रोकेंगे कोरोना संक्रमण

 

उपखण्ड अधिकारी निवाई त्रिलोक चंद मीणा ने बताया कि पहाडी ग्राम पंचायत की सर्वे टीम ने कोरोना संक्रमण को रोकने में बेहतर काम किया है। सर्वे टीम द्वारा सर्वे के दौरान लोगो का वास्तविक डाटाबेस तैयार किया गया। जिसमें सर्वे की दिनांक, मुखिया का नाम, मोबाईल नम्बर, परिवार के सदस्यों का नाम, आयु, सर्वे दिनांक की स्थिति को लिया गया। जिसमें शरीर का तापमान एवं ऑक्सीजन लेवल की स्थिति भी शामिल है।

टीम द्वारा आईएलआई मरीजों को विष्वास में लेकर काउंसलिंग के माध्यम से मेडिकल किट दिए गए। जिसके बेहतर परिणाम सामने आए। उन्होंने कहा कि पहाड़ी ग्राम पंचायत के मॉडल को पूरी निवाई ब्लॉक में अपनाया जाएगा। जिसके तहत ग्राम पंचायतों की तीन केटेगरी बनाई गई है। ए केटेगरी में वो पंचायतें होगी जिनमें आईएलआई के मरीज कम है, बी केटेगरी में अधिक एवं सी केटेगरी में बहुत अधिक आईएलआई के मरीजों वाली पंचायतों को रखा गया है।

हर तीन-चार ग्राम पंचायतों की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को दी गई है। यह अधिकारी कम से कम 25 प्रतिशत घरों का क्रॉस सर्वे करेंगे। इसके पश्चात मेरे द्वारा मॉनिटरिंग की जाएगी। इस त्रिस्तरीय व्यवस्था में स्थानीय जन प्रतिनिधियों को भी शामिल किया गया है। जिससे लोगो को विश्वास में लेकर उनकी बेहतर काउंसलिंग की जा सके।

 

आईएलआई सर्वे की ग्राउण्ड रिपोर्ट, कोरोना वारियर्स की जुबानी

 

ग्राम पंचायत के पीईईओ राकेश कुमार यादव ने ग्राम पंचायत पहाडी मे सर्वे टीम द्वारा किए गए आईएलआई (खांसी, जुकाम, बुखार) सर्वे के बारे में बताते हुए कहा कि सर्वे टीम मे एएनएम, आषा सहयोगनी, आंगनबाडी कार्यकर्ता तथा बीएलओ शामिल थे। जिन्होंने स्थानीय जन प्रतिनिधियों के सहयोग तथा टीम भावना से कार्य करते हुए सर्वे का कार्य संपादित किया। सर्वे टीम द्वारा रजिस्टर का संधारण किया गया। जिसमें परिवार के मुखिया का नाम, मोबाईल नम्बर, परिवार के प्रत्येक सदस्य का नाम एवं आयु के साथ प्रत्येक सदस्य का तापमान तथा ऑक्सीजन सेचुरेशन अंकित किया गया।

उन्होंने बताया कि सर्वे के दौरान मुखिया को परिवार के किसी सदस्य को अस्वस्थ होने पर घर पर ही होम आईसोलेट किए जाने के बारे में बताया गया। साथ ही परिवार के अन्य सदस्यों को अस्वस्थ व्यक्ति से कुछ समय पर्याप्त दूरी बना कर रखने तथा घर में भी मास्क लगाकर रहने की हिदायत दी गई। दवा किट उपलब्ध कराकर उसे लेने के बारे में समझाया गया।

पीईईओ ने बताया कि सर्वे के सफल होने के लिए आंकडो का सही तथा विश्वसनीय होना आवश्यक था। टीम द्वारा सर्वे के दौरान विष्वसनीय आंकडो के प्राप्त होने में सबसे महत्वपूर्ण कारण एएनएम अनीता चौधरी का प्रत्येक परिवार से पूर्व परिचित होना रहा। एएनएम विगत लगभग 10 वर्षो से इसी ग्राम में कार्यरत है। इसके अतिरिक्त सरपंच एवं वार्डपंच द्वारा दिए गए सहयोग में परिवारों का विश्वास अर्जित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यही कारण रहा कि परिवार के मुखिया ने सर्वे टीम को वास्तविक स्थिति से अवगत कराया।

Share This Article
[email protected], Provide you real and authentic fact news at Dainik Reporter.