टोंक स्थापना दिवस: मदरलैंड स्कूल में जिला स्तरीय सीनियर शतरंज प्रतियोगिता आज

liyaquat Ali
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टोंक। टोंक के 1077 वें स्थापना दिवस के उपलक्ष में मदरलैण्ड एज्यूकेशन सोसायटी सैकंडरी स्कूल में जिला स्तरीय सीनियर शतरंज प्रतियोगिता आयोजित की होगी। सोसायटी के सचिव और प्रतियोगिता के संयोजक कमलेश सिंगोदिया ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रतियोगिता के प्रभारी का दायित्व चेस आर्बिएटर सुरेश बुन्देल को सौंपा गया है।

प्रभारी बुन्देल ने बताया कि इस एक दिवसीय प्रतियोगिता मदरलैण्ड स्कूल में आयोजित की जा रही है, जिसमें जिले के शातिर खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। प्रतियोगिता अंतर्राष्ट्रीय नियमों (स्विस सिस्टम) के अनुरूप खेली जाएगी।

सीनियर वर्ग की इस प्रतियोगिता में 18 वर्ष से अधिक आयु के खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। दोपहर 12.00 बजे शुरू होने वाली इस प्रतियोगिता के चैम्पियन को प्रमाण पत्र, मैडल व शानदार पुरस्कार दिया जाएगा। साथ ही ‘शतरंज के बड़े उस्ताद’ का खिताब देकर गुलपोशी (माल्यार्पण) और दस्तारबन्दी (शानदार साफे द्वारा) की जाएगी।

आज से टोंक महोत्सव की शुरुआत।
गढ़ में पूजा अर्चना के बाद
निकलेगी भव्य शोभा यात्रा

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टोंक- आज हम सबके लिए टोंक का नागरिक होने पर गर्व करने का दिन है। क्योंकि आज 24 दिसंबर है। आज ही के दिन सन् 946 में ख्वाजा रामसिंह ने टोंक की आधारशिला रखी थी। इस तरह आज टोंक का स्थापना दिवस है। टोंक का जन्मदिन। उत्साह के साथ उत्सव मनाने का दिन।
इस मौके पर शनिवार से अगले तीन दिन 26 दिसंबर तक कला, संस्कृति, गीत और संगीत के रंगों से भरे तीन दिवसीय टोंक महोत्सव का आयोजन होगा।

शनिवार को सबसे पहले प्रात: 9 बजे पुरानी टोंक गढ़ के प्राचीन मंदिर में हनुमान सिंह सोलंकी के आतिथ्य में पूजा अर्चना का कार्यक्रम है।

इसके बाद सुबह 10 बजे से जिला कलेक्ट्रेट से शोभा यात्रा प्रारंभ होगी जो बनास उद्योग मेले पहुँचकर विसर्जित होगी।

इसी दिन सुबह 11 बजे मदरलैंड स्कूल में टोंक के राष्ट्रीय स्तर के खिलाडियों की शतरंज प्रतियोगिता होगी।

25 दिसंबर को मैत्री क्रिकेट मैच का आयोजन होगा। सिटी पैलेस में महिलाओं की म्यूजिकल चेयर, रंगोली, मेहंदी, रस्साकशी, मटका दौड़ प्रतियोगिता होंगी।

शाम को 7 बजे संगीत संध्या का आयोजन अग्रवाल धर्मशाला होगा। और यहीं पर विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय काम करने वालों को टोंक रत्न से सम्मानित किया जायेगा।

26 दिसंबर सोमवार को साहित्य उत्सव का आयोजन होगा। इसके निमित्त साहित्यिक सम्मेलन और शाम को नाटक मंचित् किया जायेगा।

समिति के अध्यक्ष सुजीत कुमार सिंहल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि टोंक शहर उत्थान पतन के कई मंजरों, लाव – लश्कर के पड़ावो, स्थापत्य, कला कौशल और साहित्य के कालजयी दौर से गुजरा है। टोंक महोत्सव के आयोजन के पीछे टोंक स्थापना महोत्सव समिति का उद्देश्य यही है कि हम दुनिया भर का ध्यान टोंक की और आकर्षित कर सके जहाँ शिला लेखों, दस्तावेजों, मकबरों, मजारों, मठों, समाधियों, खंडहरों, पहाड़ियों, गुफाओं, छतरियों, नदियों, बावड़ियों की नायाब श्रृंखलाएं है।

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