टोंक । राज्य सरकार की मंशा के अनुसार जिले में सुशासन सुनिश्चित करने के लिए जिला कलेक्टर डॉ. सौम्या झा राजकीय कार्यालयों, एवं अन्य महकमों का निरंतर निरीक्षण कर रही है। साथ ही, उन्होंने आमजन से जुड़ी सुविधाओं को और बेहतर बनाने और कार्यों को प्रभावी मॉनिटरिंग के लिए एसडीएम को उपखंड एवं ग्राम पंचायत स्तरीय कार्यालयों का औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए है।
जिला कलेक्टर ने शुक्रवार को कलेक्ट्री का सुबह 9ः30 बजे औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण टीम ने उपस्थिति पंजिका जब्त की। साथ ही, जिला कलेक्टर ने सभी अनुभागों में ई-फाइल की प्रगति, फाइलों के निस्तारण का औसत समय, विभागीय पदोन्नति की प्रगति, संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों का निस्तारण आदि की विस्तार से जानकारी ली।
जिला कलेक्टर ने रिकार्ड रूम में साफ-सफाई के अभाव एवं अव्यवस्थित बस्तों को देखकर नाराजगी जाहिर करते हुए संबंधित शाखा प्रभारी को व्यवस्थाओं में सुधार लाने के निर्देश दिए।
कलेक्ट्रेट की छत से पानी के रिसाव से हो रही गंदगी एवं बदबू की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए उन्होंनेे अतिरिक्त जिला कलेक्टर उम्मेदी लाल मीणा को सार्वजनिक निर्माण विभाग से मरम्मत कार्य कराने के निर्देश दिए।
साथ ही, कलेक्ट्रेट में प्रवेश करने वाली सड़क को दुरूस्त करने पर जोर दिया। इस अवसर पर जिला कलेक्टर के निजी सचिव प्रदीप जैन, सहायक प्रशासनिक अधिकारी अवनीश सिंह नरूका, जितंेद्र सिंह नरूका, नाजीर बबलू कुमार नागर सहित अन्य शाखा प्रभारी मौजूद रहे।
अनुपस्थित कार्मिकों के विरूद्ध होगी अनुशासनात्मक कार्यवाही
जिला कलेक्टर के निरीक्षण के दौरान कुल 102 कार्मिकों में से 11 कार्मिक अनुपस्थित रहे। साथ ही, शुक्रवार को कलेक्ट्रेट टीम ने उपखंड देवली 30 कार्यालयों का निरीक्षण किया। जिनमें 306 कार्मिकों में से 45 कार्मिक अनुपस्थित पाए गए। जिला कलेक्टर ने अनुपस्थित कार्मिकों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।