टोंक जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने मालपुरा व टोडारायसिंह में लम्पी स्किन डिजीज से बचाव व रोकथाम के प्रयासो का जायजा लिया

Sameer Ur Rehman
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टोंक । tटोंक जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने बुधवार को मालपुरा एवं टोड़ारायसिंह का दौरा कर पशुओं में फैल रही लम्पी स्किन डिजीज की स्थिति का जायजा लिया। साथ ही प्रशासन व पशुपालन विभाग द्वारा लम्पी पशु रोग से बचााव और रोकथाम के संबंध में किए जा रहे प्रयासो की जानकारी ली। इस दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी देषलदान भी मौजूद रहे। जिला कलेक्टर ने ग्राम पंचायत लाम्बाहरिसिंह, देवल, उनियारा खुर्द एवं ग्राम नारेडा में पहुंचकर संक्रमित पशुओं के आइसोलेषन की स्थिति, बाड़ो में कीटनाशक दवाओं के छिड़काव व साफ-सफाई, चारा-पानी की व्यवस्था, दवाओं की उपलब्धता आदि का निरीक्षण किया।

जिला कलेक्टर ने सबसे पहले मालपुरा उपखण्ड की ग्राम पंचायत लाम्बाहरिसिंह में संक्रमित पशुओं का स्वस्थ पशुओं से अलग आइसोलेशन में रखकर किए जा रहे उपचार की व्यवस्थाओं को देखा। उन्होंने उपखण्ड अधिकारी मालपुरा रामकुमार वर्मा को निर्देष दिए कि संक्रमित मृत पशुओं का डिस्पोजल वैज्ञानिक विधि से किया जाएं। इसके लिए पशुपालकों को जागरूक करें। उन्होंने वहां मौजूद पशुपालकों को विष्वास दिलाया कि इस संकट की घड़ी में राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन पशुओं के उपचार में कोई कमी नहीं छोड़ेगा।

ग्राम पंचायत के पशुपालक सुरेश बल्दवा के घर जाकर गंभीर रूप से बीमार गौवंष को देखा तथा पशुपालन विभाग के उपनिदेषक अषोक कुमार पांडे को गौवंष के उपचार में मेडिसीन की कमी नहीं आने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर मेडिसीन की कमी आने पर जिला प्रषासन को बताया जाएं, ताकि उच्च स्तर पर बात कर उसका त्वरित समाधान किया जा सकें। ग्राम पंचायत देवल में पशुपालकों द्वारा दवाओं की कमी की षिकायत पर जिला कलेक्टर ने एसडीओ मालपुरा को निर्देश दिए कि पशुपालन विभाग के उपनिदेषक से दवाओं की वस्तुस्थिति रिपोर्ट प्राप्त कर ग्राम पंचायत में दवाओं की कमी को पूरा करें।

टोंक जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने मालपुरा व टोडारायसिंह में लम्पी स्किन डिजीज से बचाव व रोकथाम के प्रयासो का जायजा लिया
इसके बाद जिला कलेक्टर ने उनियारा खुर्द में रामकृष्ण गौषाला का निरीक्षण किया तथा वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी रामप्रसाद मीणा द्वारा डे वाइज कार्य संबंधी पंजिका, पशुओं का डाटा रिकार्ड आदि को देखकर उनकी कार्य प्रणाली की सराहना की। इस दौरान जिला कलेक्टर को उपखण्ड अधिकारी टोड़ारायसिंह रूबी अंसार ने क्षेत्र में लम्पी स्किन डिजीज संक्रमण की स्थिति से अवगत कराया।

ग्राम नारेड़ा में तारों की बाड़ में रखे गए संक्रमित गौवंष के बारे में पशुपालन विभाग टोड़ारायसिंह के नोडल अधिकारी रामेष्वर चौधरी ने बताया कि यदि पशुओं को आइसोलेषन कर उचित ट्रीटमेंट दिया जाता है तो 3-4 दिन मंे पशु ठीक हो जाते है।निरीक्षण के दौरान पशुपालन विभाग मालपुरा के नोडल अधिकारी डॉ.अनिल परतानी, वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी टीकम चन्द आनन्द भी मौजूद रहे।  

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Editor - Dainik Reporters http://www.dainikreporters.com/