टोंक (फ़िरोज़ उस्मानी)। टोंक सीएमएचओ देवप्राज मीणा की ज़िला परिषद सदस्य से की गई अभद्रता का मामला सामने आया है, सीएमएचओ ने भाषा की सभी सीमाएं लांघ डाली है, अपनी व डीआर तक की जाति तक पर अशोभनीय टिप्पणी कर धमकाया है।
पूरे मामले की ओडियो भी वाइरल हो रही है, इसके बाद विवाद गहरा गया है। सभी ज़िला परिषद सदस्यों ने एक जुट होकर सीएमएचओ पर कार्रवाई नही होने पर सामूहिक इस्तीफे देने की भी चेतावनी दी है।
ये है मामला
नरेश नायक टोंक ज़िला परिषद सदस्य है, उनका कहना है कि कुछ दिन पूर्व जिला परिषद की बैठक में एक चिकित्सक को ड्यूटी चेंज करने का मुद्दा उठाया गया था, चिकित्सक की ड्यूटी दत्तवास में है और वो झिलाय ड्यूटी दे रहे है।
उन्हें वापस दत्तवास में लगाने का मुद्दा उठाया गया था, चिकित्सक की ड्यूटी झिलाय में है, उसके बावजूद भी वो दत्तवास में लगा हुआ है, वहां मरीजों का पैसे लेकर इलाज कर रहा है, जिसको लेकर बैठक में मौजूद टोंक सीएमएचओ देवप्राज मीणा ने चिकित्सक को 14 नवम्बर तक वापस उसी स्थान पर लगाने का आश्वसन दिया था, उसके बावजूद भी उसकी ड्यूटी वहां से नही हटाई गई,
फोन पर की जाति को लेकर टिप्पणी
इस पर जिला परिषद सदस्य नरेश नायक ने टोंक सीएमएचओ को फोन किया। फोन पर सीएमएचओ ने अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल करते हुए कहा कि तू कोन है, तू कोई मंत्री है या कोई अधिकारी है, जो तेरी बात सुनूंगा, और जिला परिषद सदस्य को दो टके का व्यक्ति बताते हुए
उसकी जाति पर भी अशोभनीय टिप्पणी की। इस पर जिला परिषद सदस्य ने फोन काट दिया। ज़िला परिषद सदस्य ने पूरे वार्त्तालाप की रिकॉर्डिंग भी कर ली।
रोष व्याप्त है
पूरे मामले को लेकर जिला परिषद सदस्यों में रोष व्याप्त है, सीएमएचओ पर कार्रवाई की मांग करते हुए ज़िला कलक्टर चिन्मयी गोपाल से मिले, ज़िला कलक्टर ने भी पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया है।
इसके बाद सभी जिला परिषद सदस्यों ने टोंक ज़िला प्रमुख से भी मुलाकात कर मामले से अवगत कराया है, साथ ही चेतावनी दी है कि सीएमएचओ पर कार्रवाई अमल में नही लाई गई तो सभी 25 डीआर सामूहिक रूप से इस्तीफा देंगे।