Tonk : जन आधार एवं आरजीएचएस कार्ड बनाकर दिलाया चरण सिंह को योजना का लाभ

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टोंक। राज्य सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा आमजन की छोटी-छोटी समस्याओं का निस्तारण संवेदनशीलता एवं जिम्मेदारी से किया जा रहा है। कार्यालय में आने वाले लोगों की समस्याओं का मौके पर ही समाधान कर राहत प्रदान की जा रही है। लोगो को रूकी हुई पेंशन के शुरू होने, जन आधार, आधार, राशन कार्ड की त्रुटियों में संशोधन एवं गलत खातों में पेंशन ट्रांसफर होने से संबंधित समस्याओं का निस्तारण होने से सरकार की योजनाओं का लाभ मिल पा रहा है।

इसी तरह कार्यालय कृषि प्रशिक्षण केन्द्र,टोंक के वरिष्ठ सहायक चरण सिंह लगभग 6 महिनों से अपना जनाधार बनवाने के लिए ई-मित्रा के चक्कर लगा रहे थे, लेकिन इनकी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा था। इनके ही कार्यालय में कार्यरत मुराद ने चरण सिंह को भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र,टोंक में सम्पर्क करने के सलाह दी। चरण सिंह भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र,टोंक में आएं तथा सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग,टोंक के संयुक्त निदेशक देवेन्द्र माथुर को अपनी समस्या से अवगत कराया। संयुक्त निदेशक ने प्रकरण में त्वरित संज्ञान लेते हुए कार्यालय में कार्यरत सहायक प्रोग्रामर अशोक कुमार रैगर को प्रकरण अग्रेषित किया।

सहायक प्रोग्रामर द्वारा प्रकरण की जांच करने पर पाया गया कि चरण सिंह की प्रथम समस्या जो कि जनाधार से संबंधित थी। जनाधार में तकनिकी समस्या होने के कारण चरण सिंह किसी भी ई-मित्रा के माध्यम से आवेदन नहीं कर पा रहे थे। सहायक प्रोग्रामर द्वारा जयपुर टीम को दूरभाष पर तकनिकी समस्या से अवगत करवाया गया। जयपुर टीम से प्राप्त प्रार्थी की पुरानी रसीद संख्या से दुबारा सभी दस्तावेजों सहित ई-मित्रा के माध्यम से जनाधार के लिए आवेदन करवाया गया। आवेदन के पश्चात प्रार्थी को रसीद संख्या संबंधित ई-मित्रा द्वारा उपलब्ध करवाई गई।  

इसके बाद चरण सिंह ने अपना आरजीएचएस कार्ड बनवाने के लिए निवेदन किया। चरण सिंह को अपने एसएसओ के पासवर्ड भी पता नही थे। एसएसओ आईडी में दर्ज मोबाईल नम्बर अलग होने के कारण पासवर्ड भी बदले नही जा सकते थे। सहायक प्रोग्रामर ने जयपुर टीम को ई-मेल कर प्रार्थी के एसएसओ में पुराने मोबाईल नम्बर की जगह नये मोबाईल नम्बर दर्ज करवाकर, एसएसओ के पासवर्ड बदलकर एसएसओ में सभी आवश्यक डेटा इन्द्राज कर एसएसओ आईडी को पुनः चालू करवाया। चरण सिंह को आरजीएचएस कार्ड बनाकर प्रिटं सम्भलवाया गया।

इसके पश्चात चरण सिंह ने वार्षिक कार्य मूल्यांकन प्रतिवेदन के लिए भी निवेदन किया। सहायक प्रोग्रामर ने राज-काज से संबंधित समस्या का समाधान कर, प्रार्थी को आई0पी0आर0 भरने के लिए कहा। अब चरण सिंह आरजीएचएस योजना का लाभ ले सकते है। साथ ही पीएआर एवं आईपीआर भी भर सकते है। सभी कार्याे के सफलतापूर्वक पूर्ण होने पर चरण सिंह बहुत खुष हुआ। उसने सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग,टोंक का आभार व्यक्त किया और कार्यप्रणाली को सराहा।

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