दूनी । कस्बे के युवकों में नशे की लत धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। नशे की लत के अब तक सैकडो़ युवक शिकार हो चुके हैं। युवक नशीली चीजें खरीदने के लिए अब घर के बर्तन, जेवरात, गैस सिंलेडर, अनाज तक बेचने लगे हैं। इससे आक्रोशित ग्रामीण महिलाएं सोमवार 13अगस्त को लामबंद होकर नशीले पदार्थ बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन करेगे । हंसराज तिवाड़ी के नेतृत्व में पिछल्ले 6 माह से नशेड़ियों के खिलाफ कार्यवाही के लिए लिखने के बाद और पुलिस प्रशासन से मिलने के बावजूद कार्रवाई नही होने पर आज जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन करेगे ।
नशेड़ी महिलाओं के साथ मारपीट करते हैं :-
तहसील मुख्यालय की महिला रामी बाई, रेहना बानो, रोशनी, कमला, रेखा, नोरती, दूर्गा, पार्वती, सावित्री, सुनीता सहित महिलाओं ने थानाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर बताया कि कस्बे के युवकों में दिनों दिन अफीम, गांजा, स्मैक, चरस की लत के शिकार हो चुके है। नशे के शिकार युवक घर में महिलाओं के साथ मारपीट करते है। इतना ही नहीं पैसा नहीं देने पर वे घर के जेवरात, गैस सिलेंडर, बर्तन, गेंहू के अलावा औरतों के कपडे़ तक चुराकर बेचने लग गए हैं। इससे उनका घर का खर्चा उठाना भी भारी हो गया है। नशेडियों पर एक नजर डाली जाए तो कस्बे में अब तक लगभग चार सो युवक नशे की लत के शिकार हो गए है। कई युवक तो मंदिरों से गेंहू, घी, अगरबत्ती, मंदिरों में लगे त्रिशुल, दानपेटिया तक को चुराने लग गए है।
यहां से आती हैं नशे की पुड़िया :-
जानकारी के अनुसार कस्बे में इस कारोबार का गिरोह सक्रीय है। यहां टोंक के अलावा नैनवां, अंता,बारां,कोटा, झालावाड आदि जिलों व कस्बों से लोग स्मैक, अफीम आदि नशे की सामग्री बैचने आते है। इसके बावजूद पुलिस की सख्ती नहीं होने से यह कारोबार फल-फूल रहा है।