शाम होते ही टोंक की सड़कों पर शुरू हो जाता है ‘जिस्म का खेल’
निवाई । (विनोद सांखला ) मनुष्य जिस तेज़ी से विकास के पैमाने तय कर रहा है, उसी तेज़ी से इसका चरित्र गिरता जा रहा है। आज के युग में जहां पैसा ही भगवान नज़र आ रहा है, उसे देखकर लगता है कि दुनिया का अंत समीप है। आधुनिकता के इस युग में पैसे कमाने की होड़ में यू तो हर एक किसी दूसरे का शोषण करने में प्रयासरत है, लेकिन आज के युग में भी सबसे अधिक शोषण का शिकार हमेशा से शोषित होती आयी नारी ही है। कहीं उन्हें सरेआम फैशन की दौड़ में लूटा जाता है तो कहीं देह व्यापार की अंधी गली में धकेल दिया जाता है।
सूरज ढलते ही रात के अंधेरे में टोंक की सड़कों पर सेक्स वर्कर नज़र आने लगती हैं और शुरू हो जाता है रासलीला का खेल।
टोंक का बरौनी थाना के करीब एक किलोमीटर दूर रॉयल्टी नाका के पास झाड़ियों में कमरे बनाकर देह व्यापार किया जा रहा है एवं बरौनी से शिवाड़ जाने वाले रास्ते पर जगह जगह देह व्यापार किया जा रहा है । अब देखना यह होगा कि जिले में देह व्यापार को लेकर जिला पुलिस कप्तान क्या कार्यवाही करते हैं
पुलिस के बिना किसी रोक-टोक के यह धंधा चलता आ रहा है। ऐसा भी नहीं है कि पुलिस इस जगह पर जाते ना हो इस जगह पर होकर पुलिस की गाड़ी व बरौनी पुलिस सैकड़ों बार गुजरती हैं लेकिन आंखें मूंदकर क्योंकि वह सब जानते हैं कि ऐसे में कहे कि इस धंधे में पुलिस का भी कमीशन फिक्स है तो शायद गलत नहीं होगा आश्चर्य तो इस बात का है कि सब कुछ देख समझ कर भी पुलिस वाले इस गंदगी को दूर नहीं करते बल्कि उसे सह देते हैं और शरण देते हैं । यहां तक कि कई बेरोजगार भी देह बेचने का धंधे करते नज़र आते हैं। इस मामले में बकायदा संबंधित थानों में आ रही शिकायतों से निपटने के लिए पुलिस अधिकारियों द्वारा पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाती है। लेकिन पुलिसकर्मी इस धंधे को रोकने के बजाय अपनी जेब भरने में लगे रहते हैं। पुलिस वाले सेक्स वर्कर लड़कियों से सांठ-गांठ करके उनसे पैसे लेते हैं साथ ही देह सुख लेकर जाने वाले लोगो को पकड़कर मेडिकल करवा कर बंद करने, अखबार टीवी में फोटो छापने की बदनामी से डरा धमका कर मनमानी तरीके से रकम हड़पने का काम करते हैं।
निवाई संवाददाता को खबर मिली कि बरौनी थाना क्षेत्र के कई इलाकों में चल रहा है सेक्स का गोरखधंधा । संवाददाता ने सोमवार 22 अप्रेल को टोंक जाते वक्त सहयोगी सवांददाता के साथ इसकी पड़ताल की तो पूरा माजरा समझ में आया । संवाददाता खुद ग्राहक बनकर वहां पहुंचा जहां चल रहा था जिस्मफरोशी का काला धंधा । बस ग्राहक को देखकर बिना किसी पूछताछ के अंदर जाने को बोला “जा फ्री हो जा” । सवांददाता को ग्राहक समझते ही ज़बरदस्ती अंदर कमरे में ले जाने की जिद्द की सवांददाता ने समझदारी से काम लेते हुए उन्हें बातो में उलझाया रखा । आपको बता दे कि यहा एक नही दर्जनों महिला इस जिस्मफरोशी के काला धंधा में लगी हुई है । सवांददाता ने रेट पूछने के बाद महिला को कहा कि पास में ही थाना बरौनी है पुलिस वाले आ गए तो । महिला ने कहा पुलिस नही आती है यहा हमने सेटिंग कर रखी है । 100 रुपये में कोई सी भी चुन ले यहा आने के बाद किसी भी तरह से ग्राहकों को वापस नहीं जाने दिया जाता । इस बीच गिरोह की एक महिला को शक हो जाता है की यह ग्राहक नहीं है यह रिकॉर्ड कर रहा है वह संवाददाता के पास बड़े प्यार से आती है और कहती है नहीं चल रहा अंदर और करीब आकर बड़े फुर्ती से संवाददाता का मोबाइल अपने कब्जे में कर लेती और दूसरी महिलाओं को कहती है कि पुलिस को फोन कर और जिप्सी बुला । रिकॉर्डिंग मोबाइल उनके हाथ लगते ही वह महिला गुंडागर्दी में आ गई और सवांददाता को धमकी देने लग गई या तो वीडियो डिलीट कर दे वरना पुलिस बुला कर तुझे बंद करवा दूँगी । संवाददाता ने वीडियो डिलीट करके जैसे तैसे उनके शिकंजे से बाहर निकला ।
अब देखना यह होगा कि जिले में जिस्मफरोशी देह व्यापार को जिला पुलिस कप्तान बन्द करवा पाते हैं या नहीं