
टोँक (मालपुरा) । बाहरी ताकतों व् मिशनरियों के इशारे पर हिंदू समाज को अलग-अलग टुकड़ों में बांट समाज में वैमनस्य फैलाने की नियत से संत का चोला धारण कर अपनी दुकान चला रहे रामपाल महाराज द्वारा जारी किए गए उपन्यास व पुस्तकों में हिंदू देवी-देवताओं पर की गई अश्लील -अशोभनीय टिप्पणियों से हिंदू समाज में गहरा आक्रोश व्याप्त है।
रामपाल महाराज की पुस्तकों में सूर्य भगवान, दुर्गा माता ,श्री कृष्ण, भगवान शिव सहित मां सरस्वती पर की गई अश्लील भाषा के उपयोग से समूचे हिंदू समाज में रामपाल महाराज व उनके अनुयाइयों के प्रति गहरा आक्रोश व्याप्त है । रविवार को रामपाल महाराज के अनुयायियों ने महेश सेवा सदन में सत्संग आयोजित किए जाने की आड में उपखंड प्रशासन से अनुमति ले प्रचार प्रसार के दौरान किताबों व पंपलेट जो बांटे जा रहे थे उन्होंने उनमें भगवान शिव की पूजा को घोर पाप दर्शाया गया है।तो सूर्य भगवान को वासना का भूखा बताया गया है।
https://youtu.be/SvnS9I9vXIg
ऐसी अशोभनीय टिप्पणियों से भारतीय संस्कृति तो तार-तार हो ही रही है साथही धार्मिक भावनाओं को भी आघात पहुंचा है। हिंदू समाज के घोर आक्रोश को देखते हुए उपखंड प्रशासन ने आयोजन की अनुमति रद्द कर दी ।पूर्व में प्रचार प्रसार के चलते आज आयोजन स्थल पर बड़ी संख्या मे उनके अनुयायियों कि भीड़ पहुंची, लेकिन वहां मौजूद हिंदू संगठनों के लोगों द्वारा उनकी प्रचार सामग्री की छाया प्रति से उन्हें सच्चाई बताने के बाद वह भीड़ अपने गांव की ओर लौट गई। सुरक्षा की दृष्टि से आयोजन स्थल पर कड़ा पुलिस जाप्ता तैनात रहा ।ऐसे आयोजनों व अश्लील प्रचार सामग्री बांटने वाले लोगों के विरुद्ध हिंदू समाज लामबंद होकर पुलिस प्राथमिकी दर्ज करवाएगा ।