
टोंक (फ़िरोज़ उस्मानी)। कुम्भकर्णीय नींद से जागा टोंक नगर परिषद अतिक्रमण हटाने के नाम पर खानापूर्ति करता दिखाई दे रहा है। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में भेदभावपूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है, राजनीतिक रसूखदारों पर कार्रवाई अमल में नही लाई जा रही, वहीं दूसरी और गरीबों की फरियाद कोई सुनने वाला नही है, गरीबों को छुटपुट रोज़गार से भी लाले पड़ गए है।
टोंक नगर परिषद आयुक्त अनीता खीचड़ के नेतृत्व में आज भी सवाई माधोपुर रोड पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई, कई केबिनों को जब्त कर लिया गया, कई पक्के अतिक्रमण भी तोड़े गए।
लेकिन कई केबिनों को छोड़ दिया गया। नेहरू पार्क के बाहर ही एक ज्यूस की दुकान का पक्का अतिक्रमण को पूरा तोड़ दिया गया, वहीं उसी के बराबर एक सरस पार्लर नामक केबिन को राजनीतिक रसूख़ के चलते छोड़ा गया।
जबकि इस सरस पार्लर द्वारा भी पक्का निर्माण किया गया है। ये पार्लर भी सड़क की कुछ दूरी पर ही स्थित है। बाबजूद इसके इस सरस पार्लर पर कोई कार्रवाई अमल में नही लाई गई।
ऐसा ही नजारा कई जगहों पर देखने को मिल रहा है। किदवई पार्क के पिछले हिस्से में भी कई केबीनें बरसों से बंद पड़ी है, उन पर भी कोई कार्रवाई नही की गई।
कर्मचारियों को कराया नाश्ता
नगर परिषद के कर्मचारियों लापरवाही या चापलूसी के चलते जिसकी केबिन कार्रवाई से बच गई, वो दुकानदार नगर परिषद कर्मचारियों को नाश्ता कराते दिखाई दिए। साथ मे बैठकर आगे की रणनीति पर चर्चाएं भी होती रही।