सरकार की विकास की पोल खोलता विद्यालय परिसर में भरा पानी, जिम्मेदार मौन
बरसात से विद्यालय परिसर में भरा पानी, छात्र परेशान।
निवाई । (विनोद सांखला) पिछले 2 दिन से रुक-रुक कर हो रही बरसात ने सरकार के तमाम दावों की हवा निकाल कर रख दी है। महज चंद घंटों की बारिश ने आबादी क्षेत्रों में तहस-नहस की स्थिति निर्मित कर दी है । विद्यालय परिसर तक जलमग्न सरोवर में तब्दील हो गई। सरकार बनते ही मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने विकास के मुद्दे पर अनगिनत बात कह डाली।
4 साल गुजरने के बाद भी किये वादे पूरे होते हुवे नहीं दिखाई दे रहे है। यही वजह है कि निवाई तहसील के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय मोटूका में बरसात में पूरे विद्यालय प्रांगण में पानी भर गया जिससे बच्चों को विद्यालय आने जाने के लिए तो रास्ता है लेकिन पढ़ाई करने के लिए कमरे कक्ष में पानी भरा होने से बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा।
निवाई की उपतहसील दतवास क्षेत्र के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय मोटूका बारिश में जलमग्न हो गई। विद्यालय में पानी भर जाने से पानी में कीट-पतंगों एवं जहरीले कीटो के रहने की आशंका से अध्यापक वह बच्चे डरे हुए हैं। बरसाती पानी से प्रांगण भरा होने के कारण उसमें रहने वाले जहरीले कीड़े कमरों में भी घुसते हैं ।
इसलिए इस बात का अंदेशा हमेशा बना रहता है कि कहीं कोई अनहोनी न हो जाय। ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत के सरपंच को विद्यालय प्रांगण में पानी भरे होने से बच्चों को होने वाली परेशानियों के विषय में अवगत करा दिया है।
ग्राम वासियों ने जिला प्रशासन से स्कूल के मैदान में मिट्टी का भराव कराने तथा कमरो को उच्चा व मरमत करवाने की मांग की है। गांव के बद्री गुर्जर मोठूका, एसएमसी अध्यक्ष सुरेश गुर्जर, रामजस मोटूका का कहना था कि स्कूल में स्टाफ मेहनती है।
स्टाफ की बदौलत ही स्कूल सौंदर्यीकरण हुआ था, लेकिन स्कूल में बारिश के दिनों में कई फीट पानी भर जाता है। निकासी की व्यवस्था नहीं होने से विद्यार्थियों और स्टाफ को परेशानी का सामना करना पड़ता है। विद्यालय के मैदान तथा कमरे में पानी भरा होने से कभी भी हादसा हो सकता है। पहले कई बार मिट्टी का भराव कराया,लेकिन कामयाब नहीं हो पाया।