सआदत अस्पताल में चिकित्सक की जगह नर्सिंग स्टूडेंट कर रहे है इलाज, इमरजेंसी वार्ड में चिकित्सक नही रहते मौजूद

Firoz Usmani
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Tonk News(फ़िरोज़ उस्मानी)। चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के प्रभार वाले टोंक के सबसे बड़े सआदत अस्पताल में अव्यवस्थाएं देखने को मिल रही है। जहां एक और मौसमी बीमारियों के चलते अस्पताल मरीज़ों से भरा पड़ा है तो वही दूसरी और मरीज़ों को देखने के लिए अस्पताल में चिकित्सक ही मौजूद नही है।

अस्पताल की व्यव्यस्थाओं पर सवाल उठाता एक वीडियो भी वाइरल हो रहा है। जो सआदत अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड का है। इस वीडियो में चिकित्सक की सीट पर बैठकर एक नर्सिंग का स्टूडेंट इलाज करता दिखाई दे रहा है।

चिकित्सक मौजूद नही है। जबकि इमरजेंसी में 24 घंटे एक चिकित्सक व नर्सिंगकर्मी की ड्यूटी होती है। ये वीडियो वीडियो अहसान बाबा ,जनरल सेकेट्री ब्लॉक कांग्रेस कमेटी टोंक शहर  ने बनाने का दावा किया है। उसका कहना है कि देर रात वो अपने किसी परिचित को दिखाने ज़िला सआदत अस्पताल गए थे।

अस्पताल जाने पर वहां कोई चिकित्सक मौजूद नही था। इसके स्थान पर एक नर्सिंग की पढ़ाई कर रहा कार्तिक नामक युवक चिकित्सक की कुर्सी पर बैठा था। वहां आने वाले मरीज़ों को इलाज की पर्चियां भी बना रहा था।

इसको लेकर उन्होंने उसका वीडियो बनाकर वाइरल कर दिया। जबकि रात में इमरजेंसी वार्ड में चिकित्सक मनीष लोधी व नर्सिंगकर्मी राम नरेश सैनी की ड्यूटी थी।

लेकिन दोनो नदारद थे। इनके स्थान पर एक स्टूडेंट चिकित्सक की कुर्सी पर बैठकर बीमारों का इलाज कर रहा था। अब सवाल ये उठता है कि इतने बड़े अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड में चिकित्सकों का मौजूद नही होना चिकित्सको पर सवालियां निशान खड़ा करता है? सआदत अस्पताल के चिकित्सक खुलेआम घरों पर मरीज़ों को बुलाकर खूब चांदी कूट रहे है।

अस्पताल के समय पर भी चिकित्सक अपने निवास पर मरीज़ों को देखते हुए दिखाई देते है। इन अव्यवस्थाओं को देख कर भी चिकित्सा विभाग व जिला प्रशासन मौन है।

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Firoz Usmani Tonk : परिचय- पत्रकारिता के क्षेत्र में पिछले 15 वर्षो से संवाददाता के रूप में कार्यरत हुंॅ, 9 साल से राजस्थान पत्रिका ग्रुप के सांयकालीन संस्करण (न्यूज़ टुडे) में जिला संवाददाता के रूप से कार्य कर रहा हंू। राजस्थान पत्रिका न्यूज़ चैनल में भी अपनी सेवाएं देता रहा हूं। एवन न्यूज चैनल में भी संवाददाता के रूप में कार्य किया है। अपने पिता स्व. श्री मुश्ताक उस्मानी के सानिध्य में पत्रकारिता की क्षीणता के गुण सीखें। मेरे पिता स्व.श्री मुश्ताक उस्मानी ने भी 40 वर्षो तक पत्रकारिता के क्षैत्र में कार्य किया है। देश के कई बड़े न्यूज़ पेपर से जुड़े रहे। 10 वर्ष दैनिक भास्कर में ब्यूरों चीफ रहें।