पीपलू । डोडवाडी में गुरुवार को आयोजित हुआ राजस्व न्याय आपके द्वार शिविर लात घूसे चलने से हंगामे की भेंट चढ गया। दो पक्षों में लात घूसे चलने से 7 पुराने विवादों में से 2 विवाद ही निस्तारित हो सके। समाचार लिखे जाने तक पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की है।
सूत्रों के अनुसार सबकुछ शिविर में सही चल रहा था, लेकिन तहसीलदार ने रामलक्ष्मण बनाम छोटू के एक पुराने विवाद के निस्तारण को लेकर आए लोगों को उनकी बात नहीं मानने पर बंद करने की धमकी दी। जिस पर एक पक्ष को यह रास नहीं आया और वह दूसरे पक्ष से झगडा करने का उतारू हो गया। जिससे दोनों पक्षों में खूब लात घूसे चले। पुलिस प्रशासन देखता रहा। ग्रामीणों ने बीच बचाव कर दोनों पक्षों को छुडवाया। आपसी समझाईश से मामला शांत हुआ।
उपखण्ड अधिकारी अर्पिता सोनी ने बताया कि शिविर शांतिपूर्वक चल रहा था। 7 पुराने विवादों में से 2 प्रकरण निस्तारित भी हो गए थे। इसके बाद रामलक्ष्मण बनाम छोटू के बीच चल रहे जमीन विवाद के तहत समझाईश का प्रयास किया जा रहाथा। इतने में तीन व्यक्ति आपस में झगडा करने लग गए। जिस पर आपसी समझाईश कर उन्हें शांत किया गया। थानाप्रभारी को 3 जनों को राजकार्य में बाधा पहुंचाने के कारण उनके खिलाफ कार्यवाही किए जाने तथा गिरफ्तारी किए जाने के निर्देश दिए है, लेकिन पुलिस ने समाचार लिखे जाने तक ऐसे कोई निर्देश मिलने या कार्यवाही किए जाने से मना किया है।
नहीं हो सके लम्बित प्रकरण निस्तारित
शिविर में विवाद के चलते 7 पुराने प्रकरणों में से 2 का ही निस्तारण हो सका। न्याय की आस लेकर पहुंचे फरियादी बैरंग लौट गए। एसडीएम ने बताया कि शिविर में 5 सहमति से बंटवारा, 45 नामान्तकरण, नकले जारी किए जाने के कार्य हुए। वहीं 45 को खाद्य सुरक्षा योजना में मौके पर ही आवेदन पत्र तैयार करवाते हुए जोड़ा गया। विवाद के चलते 7 पुराने विवाद में 2 ही निस्तारित हो सके।
इनका कहना है
जमीन विवाद को लेकर मारपीट हुई थी। पुलिस ने कोई बीच बचाव नहीं किया। मैने अन्य लोगों के सहयोग से दोनों पक्षों को छुडवाया है। राधाकिशन गुर्जर, एडवोकेट
इनका कहना है
थाने में विवाद की कोई सूचना नहीं है। ना ही कोई कार्यवाही हुईहै। एसडीएम ने बताया है तो उनसे ही पूछे। फरतुल्ला खां, कार्यवाहक थानाप्रभारी पीपलू