Tonk News। श्रावण शुक्ल पूर्णिमा रविवार को सम्पूर्ण भारत मे रक्षा बंधन पर्व मनाया जायेगा । भारत में यह पर्व भाई-बहन के अटूट प्रेम को समर्पित है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और भाई अपनी बहनों की रक्षा का संकल्प लेते हैं।
पं. जगदीश नारायण स्मृति मंच एवं वेदिक शोध संस्थान टोंक के संयोजक डाँ.पण्डित पवन सागर के अनुसार रक्षाबंधन के पर्व पर भद्रा प्रात 06:16बजे तक लगी हुई है। भद्रा काल में रांखी बांधना निषेध है,इसलिए बहनें भाइयों की कलाई प्रात: 6.16बजे के उपरांत रक्षाबंधन का अनुष्ठान कर सकती हैं।
चौघडिय़ा के अनुसार राखी बांधने का मुहूर्त में लाभ का चौघडिय़ा सुबह 09.18 से 10.53 तक, अमृत का चौघडिय़ा सुबह 10.53 से दोपहर 12.29 तक, शुभ का चौघडिय़ा दोपहर 02.04 से 03.39 तक, शुभ का चौघडिय़ा शाम 06.49 से 08.14 तक,
अमृत का चौघडिय़ा रात्रि 08.14 से 09.39 तक, अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12.03 से 12.54 तक के श्रेष्ठ रहेगे। किसी कारणवश यदि उक्त समय मे राखी बाँधना संभव नही होने पर दिन भर किसी भी समय पर राखी बाँधी सकती हैं।