Tonk News (फ़िरोज़ उस्मानी)। सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर सरकारी विधायलों की दिशा व दशा सुधारने मे प्रयासरत है तो वहीं ज़िला शिक्षा विभाग के अधिकारियों की उदासीनता ये चलते सरकारी विद्यालयों के विकास कार्ये पिछले कई वर्षों से नही हो पा रहे है।
ऐसा ही एक मामला टोंक के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय कोठी नातमाम का सामने आया है, सम्रग शिक्षा टोंक (समसा) के तहत राजाथान स्कूल शिक्षा परिषद जयपुर के अधीन कराया जा रहा विद्यालय कोठी नातमाम भवन की मरम्मत व निर्माण कार्यों में 20 माह बाद भी ढिलाई बरती जा रही है।
दिसम्बर 2019 में 35 लाख रुपये के विकास कार्य हेतु मैसर्स इरफानी कॉन्ट्रेक्टर एवं बिल्डिंग मेटेरियल सप्लायर्स फर्म को टेंडर दिया गया था। इसको 9 माह में कार्य पूर्ण करने थे, बावजूद इसके डेढ़ वर्ष से अधिक बीत जाने के बाद भी कार्य अधूरा पड़ा है।
नियमानुसार विद्यायल की और से उक्त फर्म को तीन नोटिस दिए जा चुके है, इसके बाद भी विभाग इस उक्त फर्म कंपनी के खिलाफ कोई भी विभागीय कार्रवाई नही कर पाया है।
जिसके चलते सरकारी पैसा का दुरुपयोग हो रहा है। विद्यालय के कार्य पूर्ण नही होने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। विद्यालय भवन कई जगहों से जर्जर हालत में है। वही सरकार की विद्यालयों को 1 सितंबर से खोले जाने की घोषणा के बाद काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
पेनल्टी वसूली जाएगी
वहीं दूसरी और पूरे मामले को लेकर सम्रग शिक्षा टोंक कनिष्ठ अभियंता (जेईएन) विक्रम का कहना है कि मैसर्स इरफानी कॉन्ट्रेक्टर एवं बिल्डिंग मेटेरियल सप्लायर्स फर्म ने एक माह में कार्य पूर्ण करने का आश्वासन दिया है। कार्य समय अनुसार नही करने पर फर्म के विरुद्ध कार्य होने के बाद विभागीय नियमानुसार पैनल्टी की जाएगी।